मासूम की मौत पर परिजनों ने किया हंगामा

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हल्द्वानी में एसटीएच और विवाद का नाता थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार आधी रात मासूम की मौत पर परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजन चिकित्सकों से भिड़ पड़े। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बमुश्किल परिजनों को शांत कराया। मेडिकल पुलिस के अनुसार नैनीताल निवासी मो. शाहिद के दो साल के बेटे मरियम की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे लेकर पहले बीडी पांडे चिकित्सालय पहुंचे।

बुधवार को चिकित्सकों ने उसे हल्द्वानी एसटीएच में रेफर कर दिया। रात तीन बजे करीब पीआइसीयू में भर्ती मरियम की तबीयत अचानक बिगड़ गई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर को कई बार बुलाने के बावजूद कोई मौके पर नहीं पहुंचा। काफी देर बाद मरियम को देखने आए डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मासूम की मौत से नाराज परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में बखेड़ा कर दिया।

कहा कि डॉक्टर के समय पर आने पर बच्चे की जान बच जाती। हंगामा बढ़ता देख अस्पताल प्रशासन को सूचना पर दी। मेडिकल चैकी प्रभारी कैलाश सिंह नेगी ने बामुश्किल परिजनों को समझा मामला शांत कराया।

हंगामे के बाद अस्पताल ने माफ किया बिल

सड़क हादसे में घायल बुजर्ग की मुखानी स्थित निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं परिजनों ने बिल भुगतान को लेकर अस्पताल में हंगामा कर दिया। हालांकि, अस्पताल प्रशासन द्वारा 60000 का बिल बाद में माफ कर दिया। गौलापार के सुल्ताननगरी निवासी 66 वर्षीय हीरालाल मजदूरी का काम करता है।

बुधवार दोपहर उसे मुख्य मार्ग पर अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। गंभीर हालत में परिजन उसे लेकर पहले एसटीएच फिर मुखानी चैराहे स्थित सांई अस्पताल पहुंचे। देर रात उपचार के दौरान बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। गुरुवार सुबह बिल भुगतान को लेकर परिजनों की अस्पताल प्रशासन से भिड़ंत हो गई। बुजुर्ग का शव दिलाने की मांग को लेकर बीडीसी मेंबर अर्जुन बिष्ट के नेतृत्व में परिजन और ग्रामीण सिटी मजिस्ट्रेट पंकज उपाध्याय के कार्यालय पहुंच गए।

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