नई दिल्ली। Thackeray vs Shinde महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। उद्धव ठाकरे को एक के बाद एक मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है , बीते दिन उद्धव ठाकरे ने शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न ‘तीर-कमान’ गंवाया। फिर उनके हाथ से विधानसभा में पार्टी का दफ्तर ‘शिवसेना भवन’ भी चला गया। अब उनके लिए एक और बुरी खबर है।
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संसद में पार्टी का दफ्तर हाथ से गया
लोकसभा सचिवालय ने शिंदे गुट को संसद भवन में स्थित में पार्टी दफ्तर का कब्जा दे दिया है। लोकसभा सचिवालय की तरफ से इसको लेकर आदेश जारी किया गया है। एकनाथ शिंदे गुट का संसद में शिवसेना के दफ्तर पर भी अब कब्जा हो गया है। आदेश में कहा गया कि संसद भवन का कमरा नंबर 128 शिवसेना संसदीय पार्टी को बतौर कार्यालय आवंटित किया जाता है।
विधानसभा दफ्तर हुआ शिंदे गुट के हवाले (Thackeray vs Shinde)
सोमवार को उद्धव गुट को एक और झटका लगा। विधानसभा में स्थित शिवसेना के दफ्तर को भी शिंदे गुट के हवाले कर दिया गया। शिंदे गुट के समर्थक विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से मिलकर इसकी मांग की थी।
SC में चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती
गौरतलब है कि 17 फरवरी को चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और उसका चुनाव चिह्न तीर-कमान देने का फैसला किया था। वहीं उद्धव गुट ने चुनाव आयोग के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। साथ ही ठाकरे ने चुनाव आयोग के फैसले को रद्द करने की मांग की है।
उद्धव गुट की याचिका पर कल होगी सुनवाई
मामले बुधवार दोपहर साढ़े 3 बजे सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट उद्धव गुट की याचिका पर सुनवाई के लिए राजी हो गया है। वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने मंगलवार को उद्धव गुट का पक्ष रखते हुए अदालत में कहा कि अगर चुनाव आयोग के आदेश पर रोक नहीं लगाई गई तो वे सब कुछ बैंक खाते वगैरह अपने कब्जे में ले लेंगे।
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