Shraddha Murder Case Delhi : 20 से ज्‍यादा युवतियों से थे आफताब के करीबी रिश्ते

410

नई दिल्ली। Shraddha Murder Case Delhi :  महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली श्रद्धा वालकर हत्याकांड (Shraddha Murder Delhi) में दिल्ली पुलिस अब जांच का दायरा बढ़ाने जा रही है। इस कड़ी में श्रद्धा वालकर के हत्यारोपित आफताब अमीन पूनावाला की उन महिला मित्रों से पूछताछ की जाएगी, जो उसके घर आती थीं। बताया जा रहा है कि आफताब की 20 से ज्यादा महिला मित्र थीं, जो श्रद्धा की मौत के बाद बनीं और तकरीबन सभी उसके घर पर आईं थीं।

Hemant Soren ED case: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन पहुंचे ईडी दफ्तर

श्रद्धा की मौत के बाद आफताब की बनाईं महिला दोस्त

दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के बहुचर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड (Shraddha Murder Delhi) के आरोपित के बारे में पता चला है कि आफताब अमीन पूनावाला की 20 से ज्यादा महिला दोस्त थीं। ये सभी बंबल डेटिंग ऐप से बनी थीं। हैरत की बात यह है कि इनमें से ज्यादातर महिला दोस्त उसके घर आ चुकी हैं। ज्यादातर से उसके नजदीकी संबंध थे। हैरत की बात यह है कि अधिकतर महिला मित्र उस दौरान आईं, जब आफताब के घर के फ्रिज में श्रद्धा के शव के टुकड़े रखे हुए थे। दक्षिण जिले की महरौली पुलिस की पूछताछ में आफताब ने ये सारी बातें बताई हैं।

बंबल ऐप से मांगी जानकारी

आफताब की महिला मित्रों से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए दक्षिण जिला पुलिस ने डेटिंग ऐप बंबल को पत्र लिखा है और मैसेज भी किया है। पुलिस ने ऐप प्रबंधन से आरोपित आफताब की सभी महिला दोस्तों की जानकारी मांगी है। दक्षिण जिला पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन महिलाओं से पूछताछ की जा सकती है। इस बाबत जल्द ही आफताब की 20 से अधिक महिला मित्रों को पूछताछ के लिए समन भेजा जाएगा।

लगातार सिम बदलता रहा आफताब

आफताब पूनावाला 18 मई को श्रद्धा की हत्या करने के बाद लगातार मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता रहा, लेकिन इस दौरान ज्यादातर बार सिम बदल लेता था। अब तक कितने सिम बदले आफताब ने? इसका खुलासा होने में अभी समय लगेगा। हो सकता है कि इतनी अधिक संख्या में महिला मित्रों से संपर्क रखने के लिए आफताब ने सिम बदले हों।

इस बीच दिल्ली पुलिस के सूत्रोें ने यह जानकारी भी दी है कि पूछताछ में आफताब ने यह स्वीकार किया है कि 18 मई, 2022 को श्रद्धा की हत्या करने के बाद उसने शव का चेहरा जलाया, जिससे उसकी पहचान नहीं हो। इसके अलावा, उसने यह भी स्वीकार किया है कि उसने इंटरनेट पर यह जानकारी भी हासिल की थी कि कैसे मृत शरीर को हत्या के बाद ठिकाने लगाया जाता है।

उत्तराखंड में धर्मांतरण एक्ट पर सरकार सख्त कड़े होंगे कानून

 

Leave a Reply