पिछले तीन महीने से नई दिल्ली में द्वारका के सूरज विहार इलाके में इंडियन ऑयल की पाइपलाइन से रोजाना करीब 1500 लीटर पेट्रोलियम पदार्थ चोरी किया जा रहा था। एक खाली पड़े प्लॉट से 155 फुट लंबी सुरंग खोदकर पाइपलाइन से जोड़ी गई थी। मंगलवार देर रात करीब 1.30 बजे सुरंग में ब्लास्ट हो गया। पुलिस मौके पर पहुंची तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने पेट्रोलियम पदार्थ चोरी करने के उपकरण बरामद किए हैं। सुरंग सीज करके दरियागंज निवासी जब्बार को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके बाकी साथी फरार हो गए।
सुरंग के ऊपर रख थे सोफा, ईंट और पत्थर
पुलिस के मुताबिक सुरंग की जांच करने पर पता चला कि पांच लोगों ने करीब पांच महीने पहले गाड़ियों के बंपर सही करने का काम करने के लिए खाली प्लॉट किराए पर लिया था। इसमें एक छोटा-सा कमरा बना है। बदमाशों ने दो महीने लगातार 8 फीट गहरा और 4 फीट चैड़ा गड्ढा खोद कर इसी इलाके से गुजर रही इंडियन ऑयल की पाइपलाइन तक सुरंग खोद डाली। फिर इसमें छेद करके अपनी पाइपलाइन जोड़ दी। उनके पास एक टैंपो था, जिसमें 500-500 लीटर की तीन टंकियां थीं। ये रोज रात में एक बार ये तीनों टंकियां भरते थे। किसी को सुरंग के बारे में पता न चले, इसलिए उसके ऊपर सोफा, ईंट और पत्थर रख दिए थे। इसके चलते सुरंग में गैस का दबाव बन गया और ब्लास्ट हो गया। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और एक आरोपी को दबोच लिया।
आरोपियों ने सुरंग बनाने को रिहायशी इलाके को चुना था क्योंकि यहां किसी को शक नहीं होगा। पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। न तो किराए पर प्लॉट लेने वाले आरोपियों का वेरिफिकेशन हुआ था और न ही बीट कांस्टेबल कभी इलाके में पहुंचा। हालांकि, लोगों का आरोप है कि बीट कांस्टेबल पैसे लेता था।
पुराना सामान रखे होने से नहीं हुआ शक
सुरंग की जानकारी प्लाॅट में रखी पुरानी गाड़ियों के कारण नहीं हो पाई थी। अधिकारी इलाके में नियमित तौर पर गश्त करते थे, लेकिन गाड़ियों का काम होने के चलते कभी किसी को शक नहीं हुआ। शिकायत के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है।
हमारा पाइपलाइन सिस्टम काफी विस्तृत है। प्रेशर सिस्टम डाउन होने पर मीटर से पता चल जाता है कि कहां लीकेज है। प्रेशर की मशीन कम मात्रा से होने वाला लीकेज नहीं पकड़ पाती। प्रेशर कम होने पर वहां टीम पहुंच जाती है।