Pappu Yadav : कांग्रेस में हुआ जन अधिकार पार्टी का विलय

165

Pappu Yadav : मंगलवार रात पप्पू यादव ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। सुबह पटना एयरपोर्ट पर उन्होंने विलय के सवाल को टाल दिया था,यह माना जा रहा था कि पप्पू अपनी पार्टी के विलय के लिए राजी हो गए हैं। शाम चार बजे जाप का आधिकारिक तौर पर अस्तित्व समाप्त हो जाएगा और पत्नी रंजीत रंजन की तरह पप्पू यादव भी कांग्रेसी हो जाएंगे।

Chirag Paswan : चिराग पासवान हाजीपुर सीट से लड़ेंगे चुनाव; खुद किया एलान

पप्पू यादव ने की तेजस्वी यादव की तारीफ

दरअसल, बुधवार को पूर्व सांसद पप्पू यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान राजद सुप्रीमो और तेजस्वी यादव की तारीफ की थी। पप्पू यादव ने इस बात का संकेत भी दिया कि अगर कांग्रेस पूर्णिया से उन्हें लोकसभा टिकट देगी वह अपनी पार्टी का विलय कर देंगे। पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन कांग्रेस से राज्यसभा सांसद हैं। उन्हें कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ से राज्यसभा भेजा था।

लालू परिवार से मुलाकात के बाद पप्पू यादव ने ये बातें कहीं

पप्पू यादव ने लालू परिवार से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत हमारे और लालू जी के बीच पूर्ण तौर पर पारिवारिक रूप से रिश्ता रहा है। हम दोनों एक-दूसरे से कभी अलग नहीं हुए। कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल में हमलोग भाजपा को राेकेंगे। जिस तरह 17 महीना तेजस्वी यादव ने काम किया, उससे जनता में एक विश्वास पैदा हुआ।

उन्होंने आगे कहा; राहुल गांधी ने जिस तरह दिल भी जीता और सपने दिखाएं लोगों उससे एक उम्मीद जगी है। हमलोग मिलकर 2024 ही नहीं 2025 का चुनाव भी जीतेंगे। कांग्रेस के नेतृत्व में हमलोग मिलकर लड़ेंगे।

अजीत सरकार हत्याकांड में आरोपी थे (Pappu Yadav)

माकपा विधायक अजीत सरकार की हत्या 14 जून 1998 को हुई। हत्या में एके-47 का इस्तेमाल हुआ था। इस मामले में पप्पू यादव को मुख्य आरोपी बनाया गया था। पटना के एमपी-एमएलए कोर्ट ने वर्ष 2008 में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। लेकिन, पटना हाईकोर्ट ने 17 मई, 2013 को पप्पू, राजन व अनिल को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया।

2015 में अपनी जन अधिकार पार्टी बनाई। पप्पू यादव की पार्टी ने बिहार विधानसभा उम्मीदवार उतारे थे लेकिन सफलता नहीं मिली। पप्पू ने 2019 में मधेपुरा से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन हार गए थे। 2024 में वह पूर्णिया लोकसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।

पांच टर्म सांसद रहे और एक टर्म विधायक

पप्पू यादव का जन्म मधेपुरा जिले में 1967 में हुआ था। इसके बाद पूर्णिया पर पढ़ाई करने के लिए आ गए। 1990 में निर्दलीय विधायक चुनकर आए पप्पू यादव ने 1991, 1996, 1999, 2004 और 2014 में लोकसभा चुनाव जीता था।

Lok sabha election 2024 : हरिद्वार और नैनीताल सीट को लेकर कांग्रेस में मारामारी जारी

Leave a Reply