Bihar chunav 2020: चीन, किसान, बेरोजगारी, कोरोना इन 4 मुद्दों पर PM मोदी vs राहुल गांधी के बीच दिखी नूराकुश्ती

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modi nd rahul
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हिसुआ: बिहार विधानसभा चुनाव में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने पहली रैली की। रैली में दोनों नेताओं ने देश के कुछ मुद्दों पर अपने-अपने हिसाब से बातें कहीं। उदाहरण के तौर पर चीन, बेरोजगारी, देश सुरक्षा जैसे मुद्दों पर दोनों नेताओं ने अपनी बात रखी। आइए दोनों नेताओं के भाषण में इन मुद्दों पर क्या रहा जानते हैं।

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चीन पर राहुल vs मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के मुद्दे पर सीधी कोई बात नहीं की। उन्होंने इस मुद्दे को भावनात्मक बनाकर छेड़ा। पीएम मोदी ने कहा कि गलवान घाटी में बिहार के जवानों ने शहीद हो गए लेकिन तिरंगा को झुकने नहीं दिया।

वहीं राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के जो सैनिक शहीद हुए हैं हम उनके सामने अपना सिर झुकाते हैं। मगर सवाल ये नहीं है, जब बिहार के युवा सैनिक शहीद हुए उस दिन हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री ने क्या कहा और क्या किया सवाल ये है। लद्दाख में यूपी, बिहार और अन्य प्रदेश के युवा देश की सुरक्षा करते हैं। वहां माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तापमान है। सवाल ये है जब चीन की सेना हमारे 20 सैनिकों को मारा और हमारी जमीन ली तो और चीन की सेना हिन्दुस्तान के अंदर है तो हमारे प्रधानमंत्री ने हमारे वीरों का अपमान करते हुए ये क्यों कहा कि चीन की सेना देश के अंदर नहीं है। सवाल ये है कि चीन के सैनिक जो हिन्दुस्तान के अंदर हैं उसे आप बाहर करेंगे। सिर झुकाने से कुछ नहीं होगा। आप बिहारियों से झूठ मत बोलिए।

बेरोजगारी पर राहुल vs मोदी

बेरोजगारी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधे तौर से कुछ नहीं कहा। पीएम मोदी ने बस इतना कहा कि अब बिहार में अच्छा जीवन जीने का माहौल है। वहीं राहुल गांधी ने कहा कि पिछले चुनाव में पीएम मोदी ने वादा किया था कि दो करोड़ युवाओं को रोजगार दूंगा, लेकिन किसी को मिला क्या?

किसानों पर राहुल vs मोदी

पीएम मोदी ने बिहार चुनाव की रैली में कहा कि देश ने किसानों को बिचौलियों और दलालों से मुक्ति दिलाने का फैसला लिया तो ये बिचौलियों और दलालों के पक्ष में खुलकर मैदान में हैं। उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘मंडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य तो बहाना है, असल में दलालों और बिचौलियों को बचाना है।’ मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले जब किसानों के बैंक खाते में सीधे पैसे देने का काम शुरु हुआ था, तब इन्होंने कैसा भ्रम फैलाया था। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे लोग एमएसपी और मंडियों की बात करके बिचौलियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि वह किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापरियों के सामने सिर झुकाता हूं, लेकिन घर जाते हैं तो अंबानी और अडाणी का काम करते हैं। भाषण आपके सामने देंगे, सिर झुकाएंगे आपके सामने लेकिन जब काम करने का समय आएगा तो अंबानी अडाणी का करेंगे।

जब देश में नोटबंदी हुई तो आम लोग बारिश, धूप में बैंक की लाइनों में लगे। लोगों ने पैसे बैंक में डाला और वह पैसा हिन्दुस्तान के सबसे अमीर लोगों की जेब में चला गया। क्या अंबानी अडाणी बैंक के सामने लाइन में दिखे। आपका पैसा लिया और अंबानी अडाणी का कर्जा माफ किया। हमारी सरकार थी तो हमने 70 हजार करोड़ रुपये किसानों का माफ किया। पंजाब और मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में हमने किसानों का कर्ज माफ किया। उसके बाद जीएसटी लाए और छोटे व्यापारियों को खत्म कर दिया। ये मोदी अंबानी अडाणी के लिए रास्ता साफ कर रहा है।

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इन्होंने किसानों पर आक्रमण के तीन कानून बनाए हैं। बिहार में पहले ही कर दिया था अब पूरे देश में कर दिया है। बिहार में मंडियों को खत्म किया, एमएसपी खत्म कर दिया। हर जगह झूठ बोलते हैं।

लॉकडाउन और कोरोना पर राहुल vs मोदी
कोरोना काल और लॉकडाउन को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि बिहार सरकार ने महामारी के वक्त काफी अच्छा काम किया। तेजी से फैसले लिए। जिस राज्य में राशन की दुकानों में ही राशन की चोरी हो जाती थी वहां सभी को मुफ्त भोजन मिला। लोग दिवाली, छठ ठीक से मान सकें इसके लिए उन्हें राशन दिया जा रहा है। लोगों के खातों में नकद पैसे भेजे गए। लॉकडाउन के दौरान लोगों के बिहार लौटने के लिए ट्रेन का इंतजाम किया गया।

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लॉकडाउन में बिहार के मजदूरों को बाकी प्रदेशों से भगाकर बिहार भेजा। वे यहां पैदल आए। जब बिहार के लोग भूखे, प्यासे थे तो नरेंद्र मोदी कह रहे थे- हम आपके सामने सिर झुकाते हैं। ये मदद नहीं करते हैं, बस सिर झुकाते हैं। नरेंद्र मोदी ने आपसे कहा कि भूखे प्यासे हो तो क्या हुआ। हजारो किलोमीटर पैदल चलो हम ना बस देंगे, ना ट्रेन देंगे।

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