महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर जाएंगे रामलला के दर्शन करने अयोध्या

843
page3news-Sanjay_Raut_Shivsena
page3news-Sanjay_Raut_Shivsena

मुंबई। क्‍या शिवसेना के बुलावे पर राहुल गांधी, मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ रामलला के दर्शन करने जाएंगे? महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे। ये सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है, क्‍योंकि कांग्रेस और शिवसेना अब साथी हैं। महाराष्‍ट्र में कांग्रेस और एनसीपी ने शिवसेना को समर्थन दिया है। हालांकि, शिवसेना और कांग्रेस की विचारधारा एकदम जुदा रही है। कई मुद्दों पर कांग्रेस और शिवसेना गठबंधन से पहले आमने-सामने नजर आई हैं। ऐसे में दिल्ली की भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने भी शिवसेना की चुटकी लेते हुए पूछा है कि क्या शिवसेना कांग्रेस के साथ अयोध्या जाएगी?

SBI Recuritment 2020: जानें परीक्षा, एडमिट कार्ड से जुड़ी सभी जानकारी, 26 जनवरी आखिरी तारीख

शिवसेना ने लोकसभा में सीएए बिल का समर्थन किया

बता दें कि महाराष्‍ट्र में गठबंधन के बाद भी कांग्रेस और शिवसेना संसद में नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर अलग-अलग खड़ी नजर आ रही थी। शिवसेना ने लोकसभा में सीएए बिल का समर्थन किया था, वहीं राज्‍यसभा में वोटिंग के दौरान सदन से वॉकआउट कर एक तरह से इसका समर्थन किया था। वहीं, कांग्रेस शुरुआत से इस बिल का विरोध करती रही है, जो अब तक जारी है। हालांकि, शिवसेना ने लोकसभा में इस बिल का समर्थन किया तो राज्य में उद्धव ठाकरे की मुख्यमंत्री की कुर्सी हिल गई। कांग्रेस की तरफ से तुरंत चेतावनी दे दी गई कि अगर शिवसेना ने राज्यसभा में बिल का विरोध नहीं किया तो राज्य की सत्ता से वह बेदखल हो सकती है। कांग्रेस के दबाव में शिवसेना ने राज्यसभा में बिल का विरोध करने की सार्वजनिक घोषणा भी कर दी। पिछले दिनों संजय राउत को इंदिरा गांधी और अंडरवर्ल्‍ड डॉन करीम लाला पर दिए अपने बयान को भी कांग्रेस नेताओं के विरोध के बाद वापस लेना पड़ा था।

कांग्रेस की ओर से अभी तक रामलला के दर्शन के मुद्दे पर को कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। ऐसी उम्‍मीद भी नहीं है कि कांग्रेस का कोई नेता उद्धव ठाकरे के साथ रामलला के दर्शन करने साथ जाएंगा। दसअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राम मंदिर बनने का रास्‍ता साफ होने को भाजपा अपनी जीत मान रही है। भाजपा के घोषणापत्र में भी राममंदिर का निर्माण कराना शामिल रहा है। ऐसे में अगर कांग्रेस का कोई नेता रामलला के दर्शन के लिए जाता है, तो भाजपा को राजनीतिक लाभ मिल सकता है। कांग्रेस नेता भी इस बात से भलीभांति परिचित होंगे।

आमंत्रित करते हुए कहा है कि

गौरतलब है कि वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने बुधवार को यह जानकारी दी कि सीएम उद्धव ठाकरे अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे। राउत ने कहा है कि सरकार पूरे जोश से काम कर रही है। यह पांच वर्ष पूरे करेगी। सरकार के 100 दिन पूरे होने पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अयोध्या जाएंगे। श्रीराम के दर्शन कर आगे की दिशा तय करेंगे। राउत ने यह सूचना देने के साथ ही महाराष्ट्र सरकार में अपने सहयोगी दलों कांग्रेस एवं राकांपा को भी आमंत्रित करते हुए कहा है कि हम चाहते हैं हमारे सहयोगी दल भी साथ आएं। राहुल गांधी कई मंदिरों की यात्रा करते ही रहते हैं।

गोवा और पाकिस्‍तान के मुद्दे पर खराब हुए थे भारत और ब्राजील के संबंध

Leave a Reply