देहरादून: सहसपुर में तीन तलाक पीड़िता पर दबाव बनाया जा रहा है। जमीयत उलेमा हिंद से जुड़े पदाधिकारी समझौते के लिए पीड़िता के घर पहुंचे। जहां पीड़िता को जमीन और दूसरे प्रलोभन देते हुए समझौता कराने का दबाव बनाया गया। वहीं, पीड़िता ने उलेमाओं की पांच सदस्यीय टीम से दो टूक कहा कि उसे कानून पर पूरा भरोसा है। पीड़िता के इस निर्णय के बाद उलेमाओं की टीम बैरंग लौट गई।
सहसपुर के केदारावाला गांव में शमा नाम की महिला ने पति असलम पर मारपीट के बाद तीन तलाक का आरोप लगाए थे। इस मामले में पुलिस ने एक अगस्त को सहसपुर थाने में तीन तलाक का मुकदमा दर्ज किया था। तीन तलाक कानून को मंजूरी मिलने के बाद इस कानून के तहत राज्य का यह पहला मुकदमा था।
पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है
पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है। इस बीच प्रकरण की असलियत जानने को जमीयत उलेमा हिंद से जुड़े पांच पदाधिकारी गांव पहुंचे। यहां गांव के निवर्तमान प्रधान व पीड़िता से मिलकर बातचीत की गई। उलेमाओं ने महिला को समझाया कि पति के जेल जाने पर बच्चों की परवरिश कठिन हो जाएगी। महिला को भरोसा दिया गया कि यदि असलम की जमीन का कुछ हिस्सा महिला के नाम कराएं और असलम को हिदायत दें तो क्या ये सब मंजूर है।
गांव के निर्वतमान ग्राम प्रधान इमरान ने बताया कि
इस पर शमा ने साफ कहा कि वह अपने निर्णय पर अडिग है। कानून जो फैसला करेगा, वह मंजूर होगा। गांव के निर्वतमान ग्राम प्रधान इमरान ने बताया कि पीड़िता ने उलेमाओं के समझौते के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
फरार पति को तलाश रही पुलिस
सहसपुर के थानाध्यक्ष विजय सिंह ने बताया कि आरोपित असलम मुकदमे के बाद से फरार चल रहा है। रविवार को भी पुलिस ने गिरफ्तारी को दबिश दी, लेकिन आरोपित का कहीं पता नहीं चल पाया। आरोपित के परिजनों और रिश्तेदारों के माध्यम से तलाश की जा रही है। सर्विलांस और दूसरे माध्यम भी आरोपित पर नजर रखी जा रही है। जैसे ही लोकेशन मिलेगी, पुलिस गिरफ्तार करेगी।