देेहरादून, 05 नवम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने द्वारा की गई घोषणाओं के क्रियान्वयन की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अब तक 65 पूर्ण हो चुकी। घोषणााओं के बचे हुए कार्य बढ़ाने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं। अगले 15 दिनों में घोषणाओं की व्यापक समीक्षा कर उनके क्रियान्वयन में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए है।
उन्होंने कहा कि सड़क, पेयजल, सिंचाई, स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण सेक्टरों की घोषणााओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन हो, इसके लिए धनराशि की व्यवस्था सप्लीमेंट्री, पुनर्निविनियोग, मुख्यमंत्री घोषणा अनुभाग में उपलब्ध धनराशि से किया जाए। उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन में वित्तीय मदद के लिये नाबार्ड से भी सहयोग लेने को कहा।
पौड़ी में कण्डोलिया मन्दिर तक रोपवे
मुख्यमंत्री ने कहा कि आरकेवाई के अधीन जिन विभागों की येाजनाओं संचालित होनी है, उन पर शीघ्र कार्यवाही की जाए। जड़ी-बुटी उत्पादन के लिए गंगा के साथ ही द्रोणगिरी चमोली, शाही पोलो पिथौरागढ़ को भी सम्मिलित किया जाए। पौड़ी में कण्डोलिया मन्दिर तक रोपवे के प्रस्ताव तैयार करने कांडा व द्वारघाट में नर्सिंग काॅलेज स्थापित करने, बागेश्वर व उत्तरकाशी में बनने वाले सर्किट हाउस का पर्वतीय शैली का स्परूप देने, बड़े ब्लाॅक में सब ब्लाॅक कार्यालय के रूप में बीडीओ कार्यालय खोलने, ग्राम श्री पुरूस्कार देने, वाटर शैड मैनेजमेंट में कार्य करने वाले गांवों व कृषि एवं बागवानी पंडितों को सम्मानित करने के भी उन्होंने निर्देश दिए। गन्ना किसानों के अवशेष देयों के भुगतान की भी शीघ्र व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए।