अल्मोड़ा। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को कोसी नदी के पुनर्जनन के लिए कौसानी के पास कांटली में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम की शुुरुआत की। इस मौके पर लक्ष्य से ज्यादा पौधों का रोपण किया गया।
अल्मोड़ा की लाईफ लाइन कोसी नदी के पुर्नजनन के लिए सरकार की ओर से सवा लाख पौधों का रोपड़ करने का लक्ष्य रखा गया था। सोमवार को एक घंटे में एक लाख सडसठ हजार सात सौ पचपन पौघों का रोपण कर कीर्तिमान स्थापित किया गया जिसे अब लिम्का बुक में दर्ज कराने की कार्रवाई की जा रही है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जुलाई को देहरादून की रिस्पना नदी के पुर्नजनन के लिए भी ढाई लाख पौधों का रोपण करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में पानी की कमी न हो इसलिए अपनी नदियों को संरक्षित करने की आवश्यकता है। वहीं उन्होंने परम्परागत धारे एवं नौलों के संरक्षण की भी बात भी कही। इस मौके पर बताया गया कि पूर्व में कोसी नदी के 48 श्रेात थे जो वर्तमान में 14 रह गये है। सभी श्रोतों को रिचार्ज करने के लिए पौधारोपण का कार्यक्रम सरकार चला रही है। कार्यक्रम में कांटली गांव के ग्राम प्रधान गिरीश चंद्र कांडपाल ने रूद्रधारी झरने में बाॅध बनाने, हाईस्कूल कांटली के उच्चीकरण करने, पानी की नहर बनाने का एक मांगपत्र मुख्यमंत्री को दिया। इस दौरान पौधारोपण में कार्यक्रम में केन्द्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टम्टा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, राज्यमंत्री रेखा आर्या, विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, विधायक महेश नेगी, चंदन राम दास, बलवंत सिंह भौर्याल, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा सहित टास्क फोर्स, सेना, एसएसबी, एनसीसी, स्काउट, विद्यालय की छात्र-छात्रायें, महिला मंगल दलो, महिला स्वयं सहायता समूहों, स्वयंसेवी संस्थाओं, ग्रामीणों एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने शिरकत की।