देहरादून। राम मंदिर का निर्माण खुशी की बात है, लेकिन इस मुद्दे पर भाजपा ने अपनी राजनीतिक रोटियां सेकी हैं। राम के नाम पर राजनीति करने वाली भाजपा को भगवान श्राप देंगे। जिसका परिणाम चुनाव में दिखेगा। साथ ही केंद्र सरकार आम जनता को भटकाने का प्रयास कर रही है। यह बातें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने परेड ग्राउंड स्थित धरनास्थल पर धरना दे रहे ई-रिक्शा चालकों से मुलाकात के बाद कहीं।
गुरुवार को हरीश रावत यहां ई-रिक्शा चालकों की समस्या सुनने पहुंचे थे। उन्होंने रिक्शा चालकों की समस्याएं मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। कहा कि तरह-तरह के कानून लाकर लोगों को परेशान किया जा रहा है, जबकि श्रमिक वर्ग को दरकिनार कर दिया गया है।
एनआरसी, सीएए और एनपीआर से लोगों को कतार में खड़ा करने की तैयारी है। इसकी आड़ में महंगाई बढ़ाई जा रही है। अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है। युवाओं के पास रोजगार नहीं है। इस सब से ध्यान भटकाने के लिए ही नए कानून लाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम सभी के हैं, जबकि भाजपा उनके नाम पर राजनीति करती आई है।
हमारे टायर में नहीं भरी हवा
शहर के मुख्य मार्गों पर ई-रिक्शा संचालन की अनुमति देने की मांग को लेकर धरने पर बैठे ई-रिक्शा चालकों को संबोधित करते हुए हरीश रावत ने चुटीले अंदाज में कहा कि चुनाव के समय उन्होंने एक ही टायर में सारी हवा भर दी। कांग्रेस का टायर खाली रखा। ऐसे में रिक्शा डिसबैलेंस तो होना ही था। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे ई-रिक्शा चालकों की समस्याओं और मांगों का अध्ययन कर मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे।
ई-रिक्शा चालकों ने मांगी भीख
देवभूमि ई-रिक्शा ओनर एंड ड्राइवर वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले आंदोलनरत ई-रिक्शा चालकों का धरना और अनशन 16वें दिन भी जारी रहा। गुरुवार को उन्होंने शहर में भीख मांगकर भी सरकार का विरोध किया। रिक्शा चालकों का कहना है कि सरकार की नीतियों के कारण उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है। ऐसे में वे भीख मांगकर अपना गुजारा करेंगे। क्रमिक अनशन पर भुवनेश चंद्रा, रोहित कुमार, तिलकराज व मोहम्मद सलीम बैठे। इसके अलावा धरने में रवींद्र त्यागी, मारूफ राव, रोबिन त्यागी, सुलेमान, सत्यवीर, रवी फुटेला, दीपक कुमार, गुलिस्तां अंसारी आदि बैठे रहे।