Uttarakhand Weather: धारचूला में काली नदी खतरे के निशान से ऊपर

415

पिथौरागढ़: Uttarakhand Weather  काली नदी धारचूला में खतरे के निशान से उप्पर बह रही है। खतरे का निशान 890 मीटर है और काली नदी 890.40 मीटर पर बह रही है। प्रशासन ने धारचूला से लेकर पंचेश्वर के बीच कालिका, बलुवाकोट, जौलजीबी, तीतरी, तल्लाबगड, झूलाघाट तक अलर्ट जारी किया है।

Uttrakhand News: मुख्यमंत्री धामी से हंस फाउण्डेशन के संस्थापक ने की भेंट

प्रशासन लोगों की सुरक्षा को देखते हुए नदी किनारे नहीं जाने की सलाह दी है। क्षेत्र के पुलिस थाने और एसएसबी लगातार जलस्तर पर नजर रख रही है। तेजम तहसील के बला गांव के बस्ती तोक में रविवार की रात की बारिश से गंगा राम का आवासीय मकान ध्वस्त हो गया। स्वजन बाल बाल बच गए।

बीते शुक्रवार की मध्य रात्रि के बाद नेपाल के लास्कु में बादल फटने से काली नदी का जलस्तर बढऩे से भारत और नेपाल में व्यापक क्षति हुई थी। आपदा में भारत में एक महिला और नेपाल में छह लोगों की मौत हो गई थी।

बादल फटने से आए बारिश (Uttarakhand Weather) के साथ आए मलबे से काली नदी का प्रवाह प्रभावित होने से बनी झील में खोतिला के व्यास नगर के करीब पचास मकान जलमग्न हो गए। एक महिला पशुपति देवी 65 वर्ष पत्नी मन बहादुर की पानी में डूबने से मौत हो गई थी। महिला का शव बरामद कर लिया गया था। आपदा प्रभावित लोगों ने टेंटों में शरण ली है।

तो धारचूला नगर को खतरा हो जाता

खोतिला व्यासनगर धारचूला नगर का हिस्सा है। धारचूला और तपोवन के बीच स्थित खोतिला व्यासनगर में अधिकांश लोग आपदा विस्थापित हैं। धारचूला नगर से व्यासनगर को जाने वाले पैदल मार्ग का पुल क्षतिग्रस्त होने से आवाजाही भी बंद है। काली नदी के रौद्र रू प को देखकर भारत और नेपाल के लोग दहशत में हैं।

कुछ वर्षों पूर्व भी नेपाल के एकला नामक स्थान पर भी बादल फटने से इसी तरह की तबाही हुई थी। दोपहर के आसपास काली नदी के जलस्तर में गिरावट आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है।व्यासनगर में अधिकांश परिवार गरीब हैं। मकानों के जलमग्न होने से घरों पर रखा सारा सामान नष्ट हो चुका है। अधिकांश मकान रहने योग्य नहीं रह चुके हैं।

तीस गाएं बही, एक को किया रेस्क्यू

बीते दिनों आई आपदा में धारचूला नगरपालिका की गौशाला भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। गोशाला में रखी तीस के आसपास गाएं बह गई थीं। एक गाय की मौके पर ही मौत हो गई थी, एक गाय को रेस्क्यू कर बचाया गया। धारचूला नगर नवनिर्मित तटबंधों के चलते बच गया। वहीं एलधारा के मलबे से रफीक की अल्टो कार, नदीम परवेज की नई मोटरसाइकिल, जितेश नेगी की मोटरसाइकिल और हुमा की स्कूटी मलबे में दब गई। मल्ली बाजार की 16 दुकानें मलबा गिरने से प्रभावित हो चुकी हैं।

Gyanvapi Masjid Case: अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी का प्रार्थना पत्र खारिज

Leave a Reply