एनआईए ने भारत में पाक आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियों की जांच के संबंध में उत्तराखंड के रुड़की से एक कथित हवाला संचालक को गिरफ्तार किया है। इसे आतंकियों का सहयोगी बताया जा रहा है, जो हवाला जरिये पैसे जुटाता था। दिल्ली से आई एनआईए की टीम ने पिछले दिनों रुड़की के समीप लंढौरा (जिला- हरिद्वार) के भुक्कनपुर गांव में छापा मारकर एक युवक को गिरफ्तार किया था।
आरोप है कि युवक हवाला के जरिये आतंकियों के लिए पैसे जुटाता था। एनआईए के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बुधवार को दिल्ली में भी इसकी जानकारी दी है। बताया कि लश्कर ए तैयबा की भारत में गतिविधियों की जांच के मामले में पांचवे आरोपी अब्दुल समद को गिरफ्तार कर दिल्ली लाया गया। उसे अदालत में पेश किया गया। उन्होंने बताया कि समद को यहां एक प्राधिकृत अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने आतंकवादी गतिविधियों के लिए पैसा जुटाने के मामले में आरोपी को छह दिन के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया है।
सऊदी अरब से अपने रिश्तेदार की लेता था मदद
एजेंसी ने अदालत से कहा था कि आरोपी से पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लेने की जरूरत है। एनआईए के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि समद एक प्रमुख हवाला संचालक है, जो मुजफ्फरनगर, देवबंद और रुड़की इलाकों से अपनी गतिविधियां संचालित करता है। वह सऊदी अरब में रहने वाले अपने रिश्तेदार के जरिये यह काम करता था। उधर, लंढौरा चैकी प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि एनआईए की टीम युवक को अपने साथ दिल्ली ले गई थी। स्थानीय पुलिस के पास इस मामले में अधिक जानकारी नहीं है।
नवंबर 2017 में आरोपी ने लश्कर-ए-तैयबा के सक्रिय सदस्य शेख अब्दुल नईम तक पैसा पहुंचाने के लिए मुजफ्फरनगर में हवाला संचालकों से कथित तौर पर साढ़े तीन लाख रुपये इकठ्ठे किए थे। समद के अलावा एनआईए शेख और बिहार के गोपालगंज के निवासी धन्नू राजा और महफूज आलम और जम्मू-कश्मीर के पुलवामा से तौसीफ मलिक को गिरफ्तार कर चुकी है।