मुजफ्फरनगर रेल हादसा:यात्रियों का खुलासा,बहुत तेज थी रफ्तार

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नई दिल्ली। मुजफ्फरनगर के खतौली के पास हुए रेल हादसे की वजह तेज रफ्तार को बताया जा रहा है। एक निजी चैनल के रिपोर्टर ने स्थानीय लोगों से बात की जिसमें ये बातें सामने आई है कि ट्रैक के सामने कुछ भी नहीं था, ये हादसा तेज रफ्तार की वजह से हुआ है।

शाम तक जबावदेही तय करने के निर्देश

इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304A (लापरवाही की वजह से मौत) का केस दर्ज किया गया है. वहीं इस हादसे को लेकर रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को पहली नजर में मिले सबूतों के आधार पर आज शाम तक जबावदेही तय करने के निर्देश दिए हैं.

रेलवे के रिटायर्ड अधिकारियों के मुताबिक

रेलवे में भारी संख्या में वर्कर्स की कमी है। इस वजह से भी रेल हादसे हो रहे हैं।
आउट डेटेड मैटेरियल से काम चलाया जा रहा है, जिस वजह से भी रेल हादसे हो रहे हैं।
रेल होदसों का सबसे बड़ा कारण 40 प्रतिशत आउट डेटेड ट्रेक हैं।
कई रूट ऐसे हैं जिनके ट्रैक अक्सर खराब रहते हैं। इन ट्रैक्स को मेंटेन कराकर चलाया जा रहा है।

ट्रैक मैन से लेकर यार्ड स्टाफ तक 1 लाख 80 हजार पद खाली

आपको बता दें कि शनिवार को कलिंग-उत्‍कल एक्‍सप्रेस के 6 डिब्‍बे पटरी से उतर गए है। जिसमे 34 लोग घायल बताए जा रहे है और 6 लोगों के मारे जाने की खबर है। यह ट्रेन पुरी से हरिद्वार जा रही थी, लेकिन पहले ही हादसा हो गया। ट्रेन को रात 9 बजे हरिद्वार पहुंचना था।

लोग अनचाही मौत की नींद का शिकार

मुजफ्फरनगर रेल हादसे ने एक बार फिर से रेल मंत्रालय की लापरवाही की सारी परतें खोल दी हैं। कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बों के पटरी से उतरने की वजह से अभी तक 23 लोग अनचाही मौत की नींद का शिकार हो चुके हैं और अभी भी 97 लोग घायल हैं, जिनमें से 26 की हालत काफी गंभीर है।

गौरतलब है कि यह ट्रेन पुरी से हरिद्वार जा रही थी। ट्रेन को रात 9 बजे हरिद्वार पहुंचना था लेकिन पहुंचने से पहले ही शनिवार शाम 5 बजकर 46 मिनट पर ये हादसा हो गया।

लगभग 30 से ज्यादा ऐंबुलेंस की मदद से घायलों को इलाज के लिए खतौली अस्पताल ले जाया गया। पटरी से उतरे डिब्बे ट्रैक के पास बने मकानों और स्कूल इमारत में घुस गए।

हादसे के पीछे केवल लापरवाही

इसके बाद जो बयान यूपी के गृह विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार का आया है उसने ये पूरी तरह से जता दिया कि इस हादसे के पीछे केवल लापरवाही है क्योंकि अरविंद कुमार ने कहा कि ट्रैक पर अनाधिकारिक मरम्मत का काम चल रहा था, जिसके बारे में सूचना देने में ढिलाई बरती गई।

क्या करेंगे सुरेश प्रभु?

जिसके बाद ये सवाल सबके जेहन में घूम रहा है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ और क्या इसके लिए दोषियों को सजा मिलेगी, जिन्होंने यात्रियों की जान से खिलवाड़ किया है।

क्या सुरेश प्रभु केवल महकमे के बीच संवाद की कमी को कारण बताकर पलड़ा झाड़ देंगे या फिर इस मामले को अंजाम देने वाले अधिकारियों औऱ कर्मचारियों को सजा भी देंगे।

एक शख्स हादसे में पीड़ित लोगों की मदद करने के लिए आगे आया

मुजफ्फरनगर। इस बीच एक शख्स हादसे में पीड़ित लोगों की मदद करने के लिए आगे आया है।
मुजफ्फरनगर के पास खातौली में हुई घटना के बाद योगेन्द्र त्यागी नाम के एक शख्स ने अपने फेसबुक पर लिखा कि पीड़ित लोग उनके होटल में आकर रूक सकते हैं, जिनके लिए नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था भी की गई है।

कई लोगों ने इसके लिए उनकी सराहना भी की है। शख्स ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा, ‘खतौली में हुई ट्रेन दुर्घटना के यात्रियो से एवं प्रशासन से मेरा करबद्ध निवेदन है कि संकट की घडी में THE WOODS Restaurant आपके साथ खडा है सभी ट्रेन यात्री अगली व्यवस्था होने तक घटना स्थल से 4 Km दूर मन्सूरपुर आकर रुक सकते हैं तथा उनके लिए निशुल्क भोजन की व्यवस्था भी की गयी है योगेन्द्र त्यागी 9837849051’।

शनिवार ट्रेन पुरी से हरिद्वार जा रही थी लेकिन हरिद्वार पहुंचने से पहले ही ये हादसा हो गया। लगभग 30 से ज्यादा ऐंबुलेंस की मदद से घायलों को इलाज के लिए खतौली अस्पताल ले जाया गया है। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो चुका है।

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