नई दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की कमांडो यूनिट कोरस (कमांडोज फॉर रेलवे सेफ्टी) के गठन की घोषणा की। इस यूनिट में 1200 जवान शामिल हैं जो नक्सलवाद और आतंकवाद प्रभावित इलाके में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। रेल मंत्री ने कोरस के कमांडो को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण दिलाने और अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध कराने और हरियाणा के जगाधरी में आरपीएफ कमांडो प्रशिक्षण केंद्र बनाने की घोषणा की है।
आरपीएफ मैनुअल में होगा बदलाव
उन्होंने आरपीएफ के महानिदेशक अरुण कुमार को तीन माह के अंदर आरपीएफ मैनुअल में बदलाव करने और इसमें तकनीक के प्रयोग को बढ़ावा देने को कहा। इसी तरह से रेलवे मैनुअल और सर्कुलर की दस हजार किताबों को नए सिरे से संग्रहित करने का काम उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक टीपी सिंह को सौंपा गया है। पांच माह में यह काम पूरा किया जाएगा।
सभी रेलवे स्टेशनों पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
रेल मंत्री ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे जिसका ¨लक नजदीक के बड़े स्टेशन, आरपीएफ व जीआरपी कार्यालय, मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय और रेल मंत्री कार्यालय से होगा। दूसरे चरण में प्रत्येक ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। ढाई हजार से अधिक रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा है जिससे ट्रेनों में लगे सीसीटीवी कैमरे का लिंक उन स्टेशनों से किया जा सकता है।
टिकटों की कालाबाजारी को लेकर जताई नाराजगी
रेल मंत्री ने टिकटों की कालाबाजारी पर चिंता जताते हुए कहा कि जो काम ट्रैफिक विभाग को करना चाहिए वह काम आरपीएफ कर रहा है। आरपीएफ ने देशभर में अभियान चलाकर एक हजार से ज्यादा टिकट दलालों को पकड़ा है, जिनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ट्रैफिक विभाग को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।
कमांडो दस्ते ने अपने कौशल का किया प्रदर्शन
कोरस के जवानों ने रेल मंत्री के सामने अपने कौशल का प्रदर्शन किया। कोरस में पुरुष के साथ ही महिला कमांडों भी शामिल हैं। इन सभी की उम्र 30 से 35 वर्ष के बीच है।