हाथरस कांड: हाथरस कांड में तमाम दावों के बीच एसआईटी गांव के 40 लोगों से पूछताछ कर रही है। एसआईटी ने गुरुवार को ही बूलगढ़ी गांव के 40 लोगों से पूछताछ के लिए नोटिस भेजी थी। शुक्रवार से इनसे पूछताछ शुरू हो गई है। वहीं डीआईजी शलभ माथुर ने भी पीड़िता के गांव पहुंचकर सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। डीआईजी ने पीड़ित परिवार से भी मुलाकात की।
बताया जा रहा है कि एसआईटी गांव के लोगों से घटना को लेकर और पीड़िता की अंत्येष्टि के बारे में जानकारी ले रही है। इसके अलावा उनसे यह भी पूछा जा रहा है कि घटनास्थल पर कौन-कौन मौजूद था और किसने क्या देखा। बता दें कि हाथरस केस में आए दिन अलग-अलग दावे हो रहे हैं।
घटनास्थल का विडियो आया सामने
एक दिन पहले ही एक विडियो वायरल हुआ है जो कि 14 सितंबर का बताया जा रहा है। विडियो में घटनास्थल पर कई लोगों के होने के सबूत मिल रहे हैं। पुलिस जब केस के बाद पहली बार जांच के लिए घटनास्थल पहुंची थी तो उसे वहां चप्पल और 4 हंसिए मिले थे।
पीड़ित परिवार से मिले डीआईजी
उधर, डीआईजी शलभ माथुर आज बूलगढ़ी गांव पहुंचे। उन्होंने परिवार से मुलाकात की। शलभ माथुर ने कहा, ‘हम कानून की प्रकिया के तहत मामले की जांच कर रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, सुरक्षाकर्मी भी तैनात हैं। मैं यहां पर अरेंजमेंट देखने आया हूं।’
हाथरस के आरोपियों ने एसपी को लिखी चिट्ठी
हाथरस केस में जेल में बंद चारों आरोपियों ने जिले के एसपी को चिट्ठी लिखी है। खत में चारों ने दावा किया है कि लड़की की ऑनर किलिंग हुई है। जेलर आलोक सिंह ने चिट्ठी लिखे जाने की पुष्टि की। आरोपियों की मांग पर उन्हें कागज, पेन और अंगूठा लगाने के लिए इंकपैड दिया गया था। इस चिट्ठी पर लड़की के परिवार ने कहा, ‘जांच को भटकाने के लिए हम पर इस तरह के झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। लेकिन हम झुकेंगे नहीं, न्याय के लिए लड़ेंगे।’
हाथरस कांड में कॉल डीटेल से आया ट्विस्ट
बता दें कि हाथरस कांड में आरोपी और पीड़िता के परिवार के फोन से बातचीत का खुलासा होने से केस में नया ट्विस्ट आ गया है। हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि आरोपी संदीप ठाकुर से पीड़ित परिवार का कौन सा सदस्य बात कर रहा था। पीड़िता के भाई का कहना है कि उनकी बहन ने कॉल नहीं की। वह उनकी निगरानी में रहती थी।