नई दिल्ली: देश में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine News) की तैयारी जोरों पर चल रही है और अगले साल के शुरू में इसके बाजार में उपलब्ध होने की उम्मीद है। बता दें कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन रेस में काफी आगे है। भारत बायोटेक, सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और जायडस कैडिला देसी वैक्सीन की खोज में जुटे हुए हैं।
हर्षवर्धन बोले- अगले साल के शुरू तक एक से ज्यादा वैक्सीन!
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक में यह जानकारी दी। न्यूज एजेंसी एएनआई ने हेल्थ मिनिस्टर के हवाले से कहा, ‘हमें उम्मीद है कि अगले साल के शुरू तक देश को एक से ज्यादा कोरोना वैक्सीन मिल सकती है। हमारे विशेषज्ञ वैक्सीन के वितरण के लिए योजना बना रहे हैं।’
WHO की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या विश्वनाथन ने भी उम्मीद जताई थी कि जानलेवा कोरोना वायरस की वैक्सीन 2020 के अंत या अगले साल के शुरू रजिस्ट्रेशन के लिए उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा, ‘जैसाकि आपको पता है कि 40 वैक्सीन कंपनियां क्लीनिकल स्टेज के कई चरणों में हैं। इनमें से 10 वैक्सीन परीक्षण के तीसरे चरण में हैं। ये वैक्सीन सुरक्षित भी दिख रहे हैं और अच्छे परिणाम परीक्षणों में मिले हैं।’
बता दें कि इससे पहले हर्षवर्धन ने कहा था कि केंद्र सरकार राज्य सरकारों से डेटा हासिल कर रही है ताकि वैक्सीन के तैयार होने पर इसका सही तरीके से वितरण हो सके। उन्होंने कहा था कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता ये है कि कैसे देश में सभी कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराई जाए।’
कोल्ड स्टोरेज की पहचान भी शुरू
कोविड-19 का टीका कुछ ही महीनों में उपलब्ध होने की संभावना के बीच सरकार ने व्यापक स्तर पर कोल्ड स्टोरेज की पहचान करना शुरू कर दिया है। इसका मकसद है कि देशभर में टीके की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। एक राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह दवा क्षेत्र, फूड प्रॉसेसिंग और कृषि क्षेत्र की निजी और सरकारी कंपनियों से इनके लिए बात कर रहा है। साथ ही घर पर खाना डिलिवरी करने वाली स्विगी और जोमैटो जैसी कंपनियों के भी संपर्क में है। इस पूरी कवायद का मकसद तालुका स्तर पर रेफ्रिजरेटरों, कोल्ड स्टोरेज इत्यादि की व्यवस्था करना है जो टीके का भंडारण और वितरण कर सकें। इस पूरी कवायद के जानकार एक सूत्र ने यह जानकारी दी। सूत्र ने कहा कि टीका वितरण की एक योजना के अगले हफ्ते के मध्य तक जारी होने की संभावना है।
2-8 डिग्री सेल्सियस तापमान में रखा जाएगा
अधिकतर टीकों को दो से आठ डिग्री सेल्सियस के तापमान में रखा जाएगा। सूत्र ने कहा कि अधिकतर टीके तरल स्वरूप में होंगे सिवाय कुछ को छोड़कर जिन्हें जमा कर रखा जाएगा। वहीं अधिकतर टीके कई खुराक वाली शीशियों में उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोल्ड स्टोरेज की सप्लाई चेन तैयार करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।