सीबीआई ने कृषि मंत्रालय के आरपीक्यूएस विभाग के प्लांट प्रोटेक्शन अधिकारी आरके शशिहर सहित अन्य लोगों के यहां फर्जी इंपोर्ट लाइसेंसों को लेकर कोलकात्ता और दिल्ली में 26 स्थानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान अधिकारी के यहां से सवा दो करोड़ रुपये नगद, 44 लाख रुपये बैंक खाते में 32 लाख रुपये की एफडी, 30 लाख रुपये के आभूषण सहित करोड़ों की सम्पति के दस्तावेज बरामद किये हैं।
साजिश रच कर फर्जी दस्तावेज किए तैयार
सूत्रों का कहना है कि प्लांट प्रोटेक्शन अधिकारी आरके शशिहर इन दिनों कोलकात्ता में तैनात हैं। इनके अलावा तनवीर अनवर रहमान, संजय चैबे तथा अनुराग तुलसान सहित अन्य लोगों के खिलाफ साजिश रच कर फर्जी दस्तावेज तैयार करने और भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत गत 12 जनवरी को मामला दर्ज किया गया था। छापेमारी की कार्रवाई शनिवार को शुरू हुई थी जो सोमवार देर शाम तक जारी थी।
आरोप है कि अधिकारी आरके शशिहर रशिया, यूक्रेन, रोमानिया, बुलगारिया से टर्की होकर आयात होने वाले खाद्य सामग्री के पाइथो सैनिटरी सर्टिफिकेट फर्जी तैयार कर आयातकर्ताओं को देते थे। इसके एवज में वह उनसे मोटी रकम वसूलते थे। बताया गया कि इससे कृ़षि मंत्रालय को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। सीबीआई का कहना है कि करोड़ों रुपये के इस गोरखधंधे में कोलकात्ता की फर्म आईटीटी शिपिंग प्रा.लि. शामिल है जिसके मालिक इंपोटर तनवीर अनवर रहमान हैं। इसके अलावा संजय चैबे की मैसर्स इंनोवेटिव पेस्ट एंड प्रॉपर्टी मैनेजमेंट साइंस तथा अनुराग तुलसान की मैसर्स एटक्रोप ग्लोबल प्रा.लि.शामिल हैं। बताया गया कि जून 2017 से अब तक विदेशों से दालों , गेंहू व अन्य खाद्य सामग्री की अनेक शिपमेंट आ चुकी हैं। सभी नियमों का उल्लघंन करते हुए इन फर्मा के आयतकर्ताओं को फर्जी लाइसेंस मुहैया कराये जाते थे।