Sakshi Murder Case : साक्षी की इन बातों से साहिल बना हैवान

292
विज्ञापन

Sakshi Murder Case : शाहबाद डेयरी में साक्षी की निर्मम हत्या दोस्ती के दुश्मनी में तब्दील होने की कहानी है। साक्षी की तरफ से बातचीत बंद करने और पुराने दोस्त से नजदीकी बढ़ाने पर साहिल नाराज चल रहा था। उसने कई बार साक्षी का पीछा किया था। अब तक की पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया है कि साक्षी उसे दरकिनार कर दूसरे लड़के से बातचीत करने लगी थी। बाहरी उत्तरी दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में रविवार रात एक युवक ने हैवानियत की सारी हदें पार कर एक नाबालिग लड़की की चाकू के 40 से अधिक वार कर बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी बीच सड़क पर किशोरी पर चाकू से ताबड़तोड़ हमले करता रहा, इस दौरान वहां मौजूद कई लोग मूकदर्शक बने वारदात को देखते रहे।

Wrestlers Protest : पहलवानों का एलान, कहा- गंगा में बहा देंगे मेडल

किसी ने भी साहस दिखाकर किशोरी को बचाने का प्रयास नहीं किया। युवक पर इस कदर खून सवार था कि चाकू मारने के बाद भी उसकी दिल नहीं भरा। उसने एक बड़ा पत्थर उठाकर किशोरी पर ताबड़तोड़ हमला करना शुरू कर दिया। बाद में वह लड़की को लात मारकर वहां से फरार हो गया। सोमवार दोपहर बाद आरोपी को पुलिस टीम ने बुलंदशहर यूपी से गिरफ्तार कर लिया है।

शाहबाद डेयरी में साक्षी की निर्मम हत्या दोस्ती (Sakshi Murder Case)  के दुश्मनी में तब्दील होने की कहानी है। साक्षी की तरफ से बातचीत बंद करने और पुराने दोस्त से नजदीकी बढ़ाने पर साहिल नाराज चल रहा था। उसने कई बार साक्षी का पीछा किया था। अब तक की पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया है कि साक्षी उसे दरकिनार कर दूसरे लड़के से बातचीत करने लगी थी।

जिस युवक से साक्षी बातचीत कर रही थी, उससे साक्षी की पहले से दोस्ती थी। पुलिस अभी आधिकारिक तौर पर इस मामले में कुछ भी कहने से बच रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि साहिल को साक्षी ने पिछले दिनों से नजरअंदाज करना शुरू कर दिया था। इसकी जगह वह अपने पुराने दोस्त से बातचीत करने लगी थी

पुराने दोस्त से नजदीकी बढ़ने के बाद साक्षी ने साहिल का फोन भी उठाना बंद कर दिया था। पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि लड़की के धोखा देने से उसके मन में नफरत भर गया था और वह उससे बदला लेना चाहता था। वह लगातार साक्षी पर नजर रख रहा था। रविवार रात में उसने साक्षी को अकेले जाते हुए देखा।

आरोपी ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। इस बात का पता चलते ही साक्षी ने उसका विरोध किया और अपने पास मौजूद खिलौने की पिस्टल से उसको डराने की कोशिश की। साहिल ने इस दौरान उसे पहले समझाने की कोशिश की। लेकिन बातचीत न बनने पर साहिल के ऊपर खून सवार हो गया।

रविवार शाम वह मौके की तलाश में था। साक्षी के सामने आते ही साहिल ने चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। फिर उसपर पत्थर से हमला और लात मारकर वहां से फरार हो गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी को अभी दिल्ली लाया जा रहा है अभी पूछताछ होनी है। उसके बाद ही हत्या करने का कारणों का खुलासा हो पाएगा। आरोपी से पूछताछ कर उसके बयान का सत्यापन होने के बाद ही पुलिस किसी नतीजे पर पहुंचेगी।

तीन-चार साल से एक दूसरे को जानते थे साहिल और साक्षी

शाहबाद डेयरी इलाके में साक्षी की हत्या ने सबको झकझोर कर रख दिया है। साक्षी के परिजन आरोपी से पहचान होने की बात इन्कार किया है, जबकि उसकी सहेली नीतू का कहना है कि साक्षी और साहिल एक-दूसरे को तीन-चार साल से जानते थे। साहिल का नीतू के घर आना-जाना भी था। नीतू के मुताबिक, बीते कुछ दिनों से साक्षी और साहिल के बीच मनमुटाव चल रहा था।

दोनों में बातचीत तक नहीं हो रही थी। नीतू का कहना है कि इसकी जानकारी भी साक्षी ने ही उसको दी थी। वहीं, अपने साथ साक्षी की दोस्ती पर नीतू का कहना था कि उसकी जान-पहचान ज्यादा पुरानी नहीं है। छह-सात माह से उसकी जान पहचान हुई थी। उधर, पुलिस सूत्रों का कहना है कि नीतू का पति एक मामले में जेल में बंद है।

नीतू ने बताया कि साक्षी अकसर उसके घर आकर रहती थी। इससे दोनों में दोस्ती गहरी हो गई थी। हत्या से दस दिन पहले से वह उसके घर रह रही थी। पति के साथ न होने से उसको भी साक्षी का साथ मिलने से सहूलियत हो गई थी। रविवार को उसकी बेटी का जन्मदिन था। दोनों मिलकर इसकी तैयारी कर रहे थे।

जिस वक्त की घटना है, उस वक्त साक्षी नीतू के घर से पास में रहने वाली दोस्त के पास जा रही थी। रास्ते में साहिल घात लगाए हुए था। मौका देखकर उसने हमला कर दिया और साक्षी की दर्दनाक मौत हो गई। साक्षी के पिता ने बताया कि उसकी बेटी नीतू के घर रहती थी। उसने बताया था कि वह 20 से 22 तारीख तक घर आने की बात कही थी।

साहिल का किसी से नहीं हुआ था झगड़ा

साहिल दिल्ली के प्रह्ललादपुर के जैन कॉलोनी बरवाला में अपने पिता सरफराज, मां और तीन बहनों के साथ किराए के मकान में रहता था। उसके मकान मालिक ने बताया कि उसका पिता मजदूरी करता है, जबकि साहिल फ्रिज और एसी की मरम्मत का काम करता था। मकान मालिक ने बताया कि साहिल को कभी भी इलाके में किसी से लड़ते हुए नहीं देखा था।

Dehradun News : केन्द्र सरकार के 9 साल सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित-CM

Leave a Reply