देहरादून यूकेडी महानगर इकाई ने कांग्रेस-भाजपा जवाब दो, 17 वर्षो का हिसाब दो कार्यक्रम के तहत घंटाघर में स्वर्गीय इंद्रमणि बड़ोनी की प्रतिमा के समक्ष एक दिनी धरना देकर प्रदर्शन किया।
महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री के नेतृत्व में धरने पर बैठे दल के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि राज्य में साहूकारों की मनमानी से गरीब जनता परेशान है। 10 से 20ः मासिक ब्याज की दर से कर्ज बांटने का खेल चल रहा है। गरीब जनता का उत्पीड़न हो रहा है। जनता जवाब मांग रही है।
धरने के बाद मुख्यमंत्री ज्ञापन किया प्रेषित
दल ने धरने के बाद मुख्यमंत्री ज्ञापन भी प्रेषित किया। ज्ञापन में कहा गया है कि ऋण की आड़ में सूदखोरों द्वारा जनता का उत्पीड़न किया जा रहा है। राज्य का अपना साहूकारी विनियमन अधिनियम ना होने से उत्पीड़न के शिकार लोगों की कोई सहायता नहीं हो पाती। थाने-चैकी से पीड़ित व्यक्ति को बैरंग लौटा दिया जाता है।
महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री ने बताया कि दल के पास अभी तक ऐसे कई मामले आ चुके हैं। जिस वजह से पता चल रहा है के सूदखोर किस तरह से हावी होते जा रहे हैं। सेना में कार्यरत सैनिकों का परिवार ऐसे साहूकारों के पसंदीदा शिकार होते हैं। उन्होंने दावा किया कि देहरादून में ही श्यामपुर, ठाकुरपुर, प्रेमनगर, कौलागढ़, गढ़ी कैंट,डाकरा, अनारवाला, जोहड़ी गांव, जाखन, अधोईवाला से रायपुर तक लगभग 3000 परिवार सूदखोरों के मकड़जाल में फंस चुके हैं।
साहूकारों के उत्पीड़न व जेल भिजवाने की धमकी के कारण पीड़ित परिवारों ने अपना मकान तक बेच डाला या परिवार की महिलाएं साहूकारों के घर में चैका-बर्तन करने को मजबूर हैं। केन्द्रीय मीडिया प्रभारी सुनील ध्यानी ने कहा कि राज्य सरकार यदि अगले विधानसभा सत्र में साहूकारी विनियमन अधिनियम नहीं लाता तो दल मुख्यमंत्री आवास कूच को बाध्य होगी।