नई दिल्ली : BCCI New Rules ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई पूरी तरह से एक्शन मोड में आ चुकी है। खास तौर से अनुशासन को लेकर बीसीसीआई ने कुछ कड़े नियम बनाए हैं। बीसीसीआई ने टीम इंडिया के लिए 10-सूत्री नीति को लागू किया गया जिसे मानना हर खिलाड़ी के लिए अनिवार्य होगा। इसके अलावा भारतीय टीम में स्टार कल्चर पर भी बीसीसीआई ने शिकंजा कसा है। आइए जानते हैं बीसीसीआई के 10-सूत्री नीति (BCCI New Rules) में कौन-कौन से नियम हैं।
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1- घरेलू क्रिकेट में सभी खिलाड़ियों को खेलना अब अनिवार्य
भारतीय टीम में पिछले लंबे समय से यह देखा गया है कि स्टार प्लेयर घरेलू क्रिकेट खेलने से बचते रहे हैं। इसमें विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे नाम प्रमुख हैं। इस तरह के खिलाड़ी सिर्फ टीम इंडिया और इंडियन प्रीमियर लीग के लिए उपलब्ध रहते हैं। यही कारण है कि बीसीसीआई चाहती है कि सभी सीनियर खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट शामिल हो।
2- खिलाड़ियों की फैमिली नहीं करेगी साथ में सफर
बीसीसीआई की 10 सूत्री नियम (BCCI New Rules) में यह साफ तौर से कहा गया है कि खिलाड़ी मैच और प्रैक्टिस सेशन के लिए सिर्फ टीम के साथ ही यात्रा कर पाएंगे। बीसीसीआई का मानना है यह टीम में एकजुटता के लिए कारगर साबित होगी। वहीं अगर किसी कारणवश किसी खिलाड़ी की फैमिली साथ में सफर रही है तो उसके लिए कोच गौतम गंभीर और चयनकर्ता अजीत अगरकर से अनुमति लेनी होगी।
3- तय सीमा से अधिक सामान पर पाबंदी
बीसीसीआई के नए नियम के तहत अब खिलाड़ी अपने साथ एक तय सीमा तक ही सामान ले जा पाएंगे। बीसीसीआई एक खिलाड़ी को अपने साथ 150 किलो तक सामान लेने जाने की अनुमति देगा, लेकिन अगर इससे ज्यादा सामान होता है तो खिलाड़ी को उसका वहन यानी खर्च खुद ही उठाना होगा।
4- पर्सनल स्टाफ पर लगी पाबंदी
बीसीसीआई ने अपनी नीति में साफ कप दिया है कि किसी टूर या फिर सीरीज के दौरान टीम का कोई भी सदस्य अपने साथ किसी पर्सनल स्टाफ को नहीं रखेगा। हाल ही में कोच गौतम गंभीर के पर्सनल असिस्टेंट को लेकर बवाल मचा था। इससे पहले भी हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ी अपने साथ पर्सनल बाबर्ची ले जाने को लेकर चर्चा में रहे थे।
5- सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए भी बदले नियम
भारतीय टीम के खिलाड़ियों के लिए बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में भेजे गए उपकरणों और निजी सामान पर टीम मैनेजमेंट के साथ तालमेल बिठाने के लिए कहा गया है। अगर कोई खिलाड़ी उपलब्ध व्यवस्थाओं के अतिरिक्त कुछ सुविधा चाहता है तो उसका खर्च उसे खुद उठाना होगा। माना जाता है कि कुछ सीनियर एनसीए में आने से पहले ही अपने उपकरण या किट को भेज देते हैं। ऐसे में उसके रख रखाव की जिम्मेदारी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की बढ़ जाती है, जिसके लिए प्लेयर किसी तरह का भुगतान नहीं करते हैं, लेकिन अब वे ऐसा नहीं कर पाएंगे।
6-प्रैक्टिस सेशन में किसी को छूट नहीं
बीसीसीआई के नए नियम के मुताबिक अब किसी भी खिलाड़ी को प्रैक्टिस सेशन में छूट नहीं मिलेगी। कई बार खिलाड़ी निजी कारणों का हवाला देते हुए लंबे प्रैक्टिस सेशन में शामिल होने से बचते थे, लेकिन अब वे ऐसा नहीं कर पाएंगे। वर्कलोड मैनेजमेंट को देखते हुए यह तय किया जाएगा कि किसे छूट मिलेगी और किसे नहीं।
7-एड शूट पर भी बीसीसीआई की पाबंदी
बीसीसीआई ने किसी सीरीज या टूर के दौरान खिलाड़ियों को व्यक्तिगत फोटोशूट या एड शूट में शामिल होने पर प्रतिबंध लगाया है।
8- अनुशासनात्मक कार्रवाई का अधिकार BCCI के पास सुरक्षित
बीसीसीआई किसी खिलाड़ी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का अपने पास अधिकार सुरक्षित रखा है, जिसमें संबंधित खिलाड़ी को आईपीएल सहित बीसीसीआई द्वारा आयोजित सभी टूर्नामेंटों में भाग लेने से रोक लगाया जा सकता है। इसके अलावा कार्रवाई के तरत सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट और आईपीएल रिटेनर की रकम या मैच फीस से कटौती भी की जा सकती है।
9- सीरीज खत्म होने पर जल्दी नहीं मिलेगी छुट्टी
कई बार ऐसा होता है कि सीरीज जल्दी खत्म हो जाती है, तो खिलाड़ी अपने-अपने घर या छुट्टियों पर चले जाते हैं, लेकिन नए नियम के मुताबिक अब जब तक सीरीज की समय अवधि पूरी नहीं होती है खिलाड़ी टीम का साथ नहीं छोड़ पाएंगे।
10- तय सीमा तक ही फैमिली रह सकती है साथ
बीसीसीआई ने नियम बनाया है कि विदेशी दौरे पर अगर कोई खिलाड़ी 45 दिनों तक रहता है तो उनकी वाइफ और 18 साल से छोटी उम्र का बच्चा दो सप्ताह तक उनके साथ रह सकते हैं। इस दौरान बीसीसीआई सिर्फ उनके रहने का खर्च उठाएगी। वहीं समय सीमा खत्म होने के बाद खिलाड़ी अपने परिवार का खर्च उठाएगा।
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