विज्ञान में अभिरुचि और कचरा प्रबंधन के प्रति जागरूकता के किए आयोजित चार दिवसीय कार्यशाला का समापन हो गया है। जिसमें पांच विद्यालयों के बच्चों ने कबाड़ से 40 मॉडल तैयार किए। मुख्य अतिथि डा. प्रेम प्रकाश ने कहा कि बच्चों में विषय के प्रति जिज्ञासा और सवाल उठने से ही वैज्ञानिक सोच का विकास होगा।
बच्चों में क्यों और कैसे के भाव को विकसित करने से ही वैज्ञानिक सोच होगी पैदा
विवेकानंद विद्यामंदिर इंटर कॉलेज में सार्थक प्रयास और प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के तत्वावधान में ये आयोजन किया गया था। जिसके समापन के मौके पर मुख्य अतिथि पीजी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष डा. प्रेम प्रकाश ने कहा कि बच्चों में क्यों और कैसे के भाव को विकसित करने से ही वैज्ञानिक सोच पैदा होगी। उन्होंने स्वस्थ शरीर और दिमाग को समग्र विकास के लिए आवश्यक बताया।
केपीएस अधिकारी ने बाल मनोविज्ञान को समझने की आवश्यक्ता पर दिया बल
विशिष्ठ अतिथि केपीएस अधिकारी ने बाल मनोविज्ञान को समझने की आवश्यक्ता पर बल दिया। विवेकानंद विद्यामंदिर के प्रधानाचार्य खजान चंद्र जोशी ने कहा कि विद्या भारती के द्वारा वैज्ञानिक सोच का विकास और कचरा प्रबंधन कार्यक्रम लगातार किया जा रहा है, जो आगे भी जारी रहेगा। अध्यक्षता प्रमोद कौशिक और संचालन पवन तिवारी ने किया।