पटना: Bihar Land For Job Scam मंगलवार को नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई की टीम राजद सांसद मीसा भारती के दिल्ली में स्थित निवास पर लालू प्रसाद यादव से करीब तीन घंटे तक पूछताछ कर रवाना हो गई। बता दें कि बीते सोमवार को सीबीआई ने लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी से लगभग 5 घंटे पूछताछ की थी।
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साथ ही सीबीआई की टीम ने पूछताछ के दौरान मेडिकल प्रोटोकॉल्स फॉलो किया, लालू यादव के किडनी ट्रांसप्लांट के चलते आवश्यक दूरी, मास्क का उपयोग और अन्य मेडिकल प्रोटोकॉल्स फॉलो करने के लिए कहा गया। लालू यादव को अभी संक्रमण का खतरा है इसलिए डॉक्टर्स ने उन्हें मेडिकल प्रोटोकॉल्स फॉलो करने की सलाह दी है।
इस मामले में 15 मार्च को इन सभी आरोपितों की कोर्ट दिल्ली राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी है। सीबीआई इस मामले में पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है, जिसमें लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी समेत 16 लोगों पर भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के प्रावधान के तहत आपराधिक षड़यंत्र के आरोप हैं।
आइये जानें कब-कब क्या हुआ (Bihar Land For Job Scam)
18 मई 22- सीबीआई ने 16 नामजद समेत अन्य अज्ञात पर मामला दर्ज किया
20 मई 22- बिहार और दिल्ली के 16 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई
27 जुलाई 22- पूर्व विधायक भोला यादव व रेलकर्मी हृदयानंद चौधरी गिरफ्तार
27 जुलाई 22- भोला यादव के पटना व दरभंगा के आवास पर सीबीआई का छापा
24 अगस्त 22- राजद नेताओं के बिहार, दिल्ली व गुरुग्राम के 17 ठिकानों पर छापा
7 अक्टूबर 22- सीबीआई ने लालू, राबड़ी, मीसा और हेमा समेत 17 के खिलाफ चार्जशीट दायर की
इन्होंने दी लालू प्रसाद और उनके स्वजनों को जमीन
राजकुमार, मिथिलेश कुमार और अजय कुमार को नौकरी देने के नाम पर लालू प्रसाद ने किशुन देव राय और उनकी पत्नी सोनमतिया देवी से छह फरवरी 2008 को महुआबाग की 3375 वर्गफीट जमीन राबड़ी देवी के नाम ट्रांसफर कराई। एवज में दिए 3.75 लाख। तीन को नौकरी मिली और मुंबई सेंट्रल में हुआ पदस्थापन।
संजय राय, धर्मेंद्र राय, रविंद्र राय ने अपने पिता कामेश्वर राय की महुआबाग की 3375 वर्ग फीट जमीन छह फरवरी 2008 को राबड़ी देवी के नाम पर लालू प्रसाद के कहने पर ट्रांसफर की। एवज में इन्हें मुंबई सेंट्रल में समूह-डी में नौकरी मिली।
किरण देवी नाम की महिला ने 28 फरवरी 2007 में बिहटा की अपनी 80905 वर्ग फीट जमीन लालू प्रसाद के कहने पर उनकी पुत्री मीसा भारती के नाम कर दी। इस जमीन के एवज में किरण देवी को 3.70 लाख रुपये और उनके पुत्र अभिषेक कुमार को सेंट्रल रेलवे, मुंबई में नौकरी दी गई।
हजारी राय ने महुआबाग की अपनी 9527 वर्गफीट जमीन 10.83 लाख रुपये लेकर मेसर्स एके इंफोसिस के नाम लिख दी। इसके एवज में हजारी राय के दो भांजे दिलचंद कुमार, प्रेमचंद कुमार में से एक को पश्चिम सेंट्रल रेलवे, जबलपुर में और दूसरे को पूर्वोत्तर रेलवे कोलकाता में नौकरी मिली।
लाल बाबू राय ने महुआ बाग, पटना की अपनी 1360 वर्गफीट जमीन 23 मई 2015 को लालू प्रसाद के नाम ट्रांसफर की, जिसके एवज में लाल बाबू को 13 लाख रुपये दिए गए। इसके पहले ही उनके पुत्र लालचंद कुमार को 2006 में उत्तर-पश्चिम रेलवे, जयपुर में नौकरी मिल चुकी थी।
ब्रजनंदन राय ने महुआबाग की अपनी 3375 वर्गफीट की जमीन 29 मार्च 2008 को गोपालगंज निवासी हृदयानंद चौधरी को 4.21 लाख लेकर ट्रांसफर किया।
बाद में यह जमीन हृदयानंद चौधरी ने लालू की पुत्री हेमा यादव के नाम कर दी, जिसके बाद यह जमीन तोहफे में दी गई उस वक्त उसका सर्किल रेट 62.10 लाख रुपये था। जमीन के एवज में हृदयानंद चौधरी को पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर (बिहार) में नौकरी मिली।
विशुन देव ने महुआबाग की अपनी 3375 वर्गफीट जमीन 29 मार्च 2008 को सिवान निवासी ललन चौधरी के नाम ट्रांसफर की। ललन चौधरी ने बाद में यह जमीन हेमा यादव को 28 फरवरी 2014 को तोहफे में दे दी। सीबीआई के अनुसार इस तोहफे के बदले में ललन चौधरी के पोते पिंटू कुमार को दक्षिण रेलवे, मुंबई में नौकरी दी गई।
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