उत्तराखंड को खसरा, रूबेला मुक्त करने को चलेगा अभियान

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देहरादून। उत्तराखंड को खसरा, रूबेला मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग 30 अक्टूबर से टीकाकरण अभियान चलाएगा। अभियान में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए आंगनबाडी केंद्रों, शिक्षा विभाग समेत अन्य संगठनों की भी मदद ली जाएगी। राज्य के सभी 13 जनपदों के 9 माह से 15 साल तक के करीब 26 लाख 35 हजार 658 बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा टीकाकरण तकनीकी इकाई के प्रमुख विकास साझेदारों के सहयोग से बृहस्पतिवार को देहरादून में खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान पर आयोजित मीडिया कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के उपायुक्त डा प्रदीप हल्दर ने अभियान की विस्तृत जानकारी दी।
डा हल्दर ने बताया कि भारत वर्ष 2020 तक मीजल्स यानि खसरे के उन्मूलन और रूबेला-कान्जेनाइटल रूबेला सिंड्रोम के नियंत्रण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में अब तक का सबसे बडा टीकाकरण अभियान 9 माह से लेकर 15 साल तक की उम्र तक के करीब 41 करोड बच्चों को कवर करेगा। अभियान के दौरान बच्चों को मीजल्स रूबेला (एमआर) टीकाकरण की एक खुराक दी जाएगी। अभियान के बाद एमआर टीका नियमित टीकाकरण का एक भाग बन जाएगा। जो खसरे यानि मीजल्स के टीके को प्रतिस्थापित कर देगा। जिसे वर्तमान में 9 से 12 माह और 16 से 24 माह की आयु के बच्चों को दिया जाता है। डा हल्दर ने कहा कि टीकाकरण बच्चों के जीवन एवं भविष्य को सुरक्षित रखने का सबसे प्रभावी और किफायती तरीका है।
डायरेक्टर स्वास्थ्य उत्तराखंड सरकार डा अर्चना श्रीवास्तव, नेशनल हेल्थ मिशन के डायरेक्टर चंद्रेश कुमार ने बताया कि टीकाकरण अभियान का पहला चरण फरवरी 2017 में पांच राज्यों तमिलनाडू, कर्नाटक, गोवा, लक्षदीप और पुडुचेरी मंें लांच किया गया। इसके तहत 3.3 करोड से ज्यादा बच्चों का टीकाकरण किया गया। इस तरह निर्धारित आयुवर्ग के 97 फीसदी बच्चे कवर किए गए। अभियान का संचालन स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों एवं स्वास्थ्य सुविधाओं में किया गया। दूसरे चरण की शुरूआत अगस्त 2017 में आठ राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेश में हुई। इसके तहत आंध्रप्रदेश, चंडीगढ, दादरा एवं नागर हवेली, दमन एवं दीव, हिमाचल प्रदेश, केरल, तेलंगाना और उत्तराखं डमें 34 करोड बच्चे कवर किए गए।
कार्यशाला का संचालन कर रहे राज्य टीकाकरण अधिकारी उत्तराखंड जेसी पांडेय ने बताया कि उत्तराखंड सरकार ने यूनिसेफ एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा सिविल संगठनों, साझेदारों, अकादमियों एवं मीडिया के सहयोग से टीकाकरण से जुडे मिथकों को दूर करने और इसके प्रति लोगों में भरोसा पैदा करने के प्रयास किए हैं ताकि देश के हर बच्चे को अपने जीवन की सही शुरूआत करने का मौका मिले। यूनिसेफ इंडिया से सोनिया सरकार ने कहा कि पोलियो के खिलाफ लडाई में मीडिया ने खूब सहयोग दिया था अब खसरा-रूबेला से जीतने में मदद की दरकार है। राज्य टीकाकरण अधिकारी उत्तराखंड डा भारती राणा ने कहा कि टीकाकरण अभियान केवल स्वास्थ्य विभाग के अकेले के बूते सफल नहीं हो सकता है। इसमें सभी का सहयोग जरूरी है।

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