‘Delta variant’: से गंभीर संक्रमण का खतरा

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न्यूयार्क। ‘Delta variant’: 2019 में शुरू हुए कोरोना वायरस ने दुनिया के देशों के सफर में कई रूप बदले हैं। सभी रूपों में सबसे अधिक खतरनाक डेल्टा वैरिएंट है क्योंकि यह अत्यधिक संक्रामक होने के साथ ही अधिक खतरनाक भी है। अमेरिका की मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि वायरस का ये वैरिएंट चिकनपॉक्स यानि चेचक की तरह आसानी से फैल सकता है।

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सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) द्वारा जारी किए गए डाटा की माने तो जिस ‘Delta variant’ की पहचान पहली बार भारत में हुई थी वह वैक्सीन की खुराक ले चुके लोगों से भी फैल सकता है वह भी बिल्कुल उसी दर से जैसे बिना वैक्सीन की खुराक लिए लोगों से। CDC के निदेशक डॉक्टर रोशेल पी वालेंस्की (Dr Rochelle P Walensky) ने मंगलवार को बताया कि जिन लोगों ने वैक्सीन ले ली है उनके नाक और गले में भी उसी मात्रा में डेल्टा वैरिएंट होंगे जितने की बगैर वैक्सीन लिए लोगों में और दोनों एक ही स्पीड के साथ लोगों को संक्रमित करने में सक्षम होंगे।

डाटा के अनुसार वैश्विक कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 19 करोड़ 65 लाख के पार

डेल्टा वैरिएंट का संक्रमण उन वायरस से कहीं अधिक तेजी से फैलता है जो MERS, SARS, इबोला, साधारण जुकाम, फ्लू, चेचक (smallpox) का कारण हैं। साथ ही यह चेचक के वायरस से कहीं अधिक संक्रामक होता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट सबसे अधिक संक्रामक हैं और इससे गंभीर संक्रमण का खतरा है। इसी वैरिएंट के कारण दुनियाभर में इन दिनों कोविड-19 महामारी के तेजी से फैलने का कारण बनता जा रहा है। अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से शुक्रवार सुबह जारी किए गए डाटा के अनुसार वैश्विक कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 19 करोड़ 65 लाख के पार चला गया है। वहीं अब तक कुल मरने वाले संक्रमितों की संख्या 41 लाख 90 हजार से अधिक है।

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