मथुरा: मथुरा के नंद बाबा मंदिर में मुस्लिम युवकों के नमाज पढ़ने की घटना पर विवाद बढ़ गया है। इस घटना की तस्वीरें वायरल होने के बाद से बीजेपी सरकार के मंत्री श्रीकांत शर्मा, मोहसिन रजा ने इसे जायज नहीं बताते हुए माहौल बिगाड़ने की साजिश करार दिया है। वहीं आरोपी युवकों ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि दर्शन के दौरान नमाज का वक्त होने की वजह से ऐसा किया गया।
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यह घटना बरसाना स्थित नंदगांव के नंद महल नंद भवन मंदिर की हैं। मंदिर में नवाज पढ़े जाने की इन तस्वीरों के बारे में मंदिर के सेवायत कान्हा गोस्वामी ने बताया कि 29 अक्टूबर को 4 युवक नंदगांव मंदिर जरूर आए थे, जिसमें से एक युवक ने टोपी लगा रखी थी। टोपी लगे युवक को मंदिर में देख हम भी हैरान हुए थे।
‘सबके हैं कृष्ण, अगाध श्रद्धा’
टोपी में मंदिर में आने पर फैजल ने पुजारी से कहा- ‘क्या कृष्ण आपके ही हैं? कृष्ण हम सबके हैं।’ और फैजल ने पुजारी कान्हा ओर वहां खड़े लोगों को रामायण की कई चौपाई भी सुनाई थी। जानकारी पर दिल्ली निवासी युवकों ने बताया कि वह साइकल से ब्रज चौरासी कोस यात्रा करने आए हैं। दर्शन और बातचीत के उपरांत मंदिर के पुजारी ने प्रसादी दी और उसके बाद चारों युवक दर्शन कर परिसर में घूमते हुए आगे चले गए।
‘दर्शन के वक्त हुआ नमाज का वक्त’
नन्द भवन पहुंचे युवकों में से एक ने अपना परिचय दिल्ली निवासी फैजल खान के रूप में दिया था। उसने सभी को बताया था कि वह भी प्रसिद्ध कवि रसखान के समान भगवान कृष्ण में अगाध श्रद्धा रखता है और उसी के वशीभूत होकर ब्रज चौरासी कोस की यात्रा कर रहा है। यात्रा में पड़ने वाले सभी धर्मस्थलों के दर्शन भी कर रहा है। आरोपी युवक ने कहा, ‘हम मंदिर में दर्शन करने गए थे। तभी नमाज का वक्त हो गया। इस वजह से हम लोगों ने वहीं पर नमाज पढ़ लिया।’
कौमी एकता मंच ने बताया भाईचारे की मिसाल
कान्हा की नगरी मथुरा में मंदिर में नमाज पढ़ जाने की तस्वीरें जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। मंदिर में नमाज़ पढ़े जाने की तस्वीरों के सामने आने के बाद हिंदूवादी नेता और मंदिर से अन्य दूसरे लोगों में आक्रोश है। वहीं कौमी एकता मंच के लोगों ने इसे भाईचारे की मिसाल बताया है।
पुलिस के अनुसार, मंदिर के एक सेवायत की शिकायत पर स्थानीय पुलिस ने आरोपी फैजल खान, उसके मुस्लिम मित्र और दो हिंदू साथियों के खिलाफ धार्मिक आस्था को चोट पहुंचाने, धार्मिक सम्प्रदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने, समाज में ऐसा भय पैदा करने, जिससे माहौल खराब होने का अंदेशा हो और उपासना स्थल को अपवित्र करने जैसे आरोपों में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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