मिर्जापुर:यूपी के मिर्जापुर जिले से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। जिले के एक प्राथमिक स्कूल के अंदर कम से कम 100 बच्चों को मिड-डे मील के नाम पर नमक और रोटी बांटा गया। बच्चों को नमक और रोटी बांटे जाने का विडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। उधर, विडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और मामले की जांच के बाद दो शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है।
बच्चों को नमक बांटने की घटना मिर्जापुर जिले के जमालपुर ब्लॉक के सियूर प्राथमिक विद्यालय में हुई। विडियो में नजर आ रहा है कि बच्चे जमीन पर बैठे हैं और थाली में उन्हें मिड-डे मील के रूप में नमक और रोटी दिया जा रहा है। मासूम बच्चे इच्छा नहीं होने के बावजूद नमक और रोटी खाने के लिए मजबूर दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस स्कूल में अक्सर बच्चों को खाने के नाम पर नमक रोटी या नमक और भात दिया जाता है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि
स्थानीय लोगों ने कहा कि इस स्कूल में कभी-कभी ही दूध आता है और उसे भी बांटा नहीं जाता है। फल तो कभी बच्चों को बांटे ही नहीं जाते हैं। यह पिछले कई सालों से इस स्कूल में जारी है। इस बीच जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने बच्चों को नमक और रोटी बांटने के आरोपी शिक्षकों मुरारी और अरविंद त्रिपाठी को सस्पेंड कर दिया है। डीएम ने एबीएसए जमालपुर ब्रजेश सिंह को निलंबित करने की रिपोर्ट शासन को भेजी है। इसके अलावा BSA प्रवीण तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
कांग्रेस ने यूपी सरकार को ठहराया जिम्मेदार
बता दें कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी मिड-डे मील योजना के तहत बच्चों को खाना और पोषक पदार्थ दिए जाने का प्रावधान है। यह योजना पूरे देश के सरकारी स्कूलों में चल रही है। उत्तर प्रदेश सरकार के मेन्यू के मुताबिक बच्चों को मिड-डे मील के तहत चावल, रोटी और सब्जियां दी जा रही हैं। मील चार्ट के अनुसार हफ्ते में किसी-किसी दिन बच्चों को फल और दूध देने का प्रावधान है। राज्य में डेढ़ लाख प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में मिड-डे मील दिया जा रहा है।
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मिर्जापुर के मड़िहान सीट से पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी ने मिड-डे मील योजना में इस घोर लापरवाही के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि जिले के स्कूलों में काफी समय मिड-डे मील योजना में धांधली चल रही है। कई बार शिकायत के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने मांग की कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए और मासूमों के जीवन से खिलवाड़ करने वाले दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
‘दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई’
यूपी सरकार के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी ने इस बारे में नवभारत टाइम्स ऑनलाइन से बात करते हुए कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी रात दो बजे फेसबुक पर वायरल हुए एक विडियो से मिली थी। इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए रसोइयां, मिड-डे मिल के इंचार्ज शिक्षक और एनपीआरसी के एक प्रभारी शिक्षक को सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा खंड शिक्षा अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस मामले में मैं लगातार जिलाधिकारी के संपर्क में हूं और शुक्रवार शाम तक उनसे रिपोर्ट मांगी है। स्पष्टीकरण मिलने और जिलाधिकारी की रिपोर्ट आने के बाद अगर कोई अन्य अधिकारी भी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।