काबुल, रायटर। अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर शुरू हुए अभियान के पहले ही दिन बड़ा आतंकी हमला किया गया। राजधानी काबुल में पूर्व सुरक्षा सलाहकार और उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अमरुल्ला सालेह को निशाना बनाकर रविवार को किए गए इस आत्मघाती हमले में 20 लोगों की मौत हो गई। करीब 50 लोग घायल हैं। हमले में सालेह को भी हल्की चोटें आई हैं। किसी आतंकी संगठन ने अभी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
अफगानिस्तान में 28 सितंबर को राष्ट्रपति चुनाव का मतदान होना है। हिंसा के चलते दो बार पहले भी चुनाव टाला जा चुका है। इस बार राष्ट्रपति अशरफ गनी और देश के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला समेत 18 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए राष्ट्रपति गनी ने जल्द ही शांति बहाल होने का भरोसा जताया है। लेकिन इस हमले ने देश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गृह मंत्रालय के अनुसार
यह हमला स्थानीय समयानुसार शाम चार बजे किया गया। पहले एक आत्मघाती हमलावर ने सालेह की ग्रीन ट्रेंड संस्था के दफ्तर के सामने विस्फोटक से भरे वाहन में विस्फोट कर खुद को उड़ा दिया। इसके बाद तीन हमलावर संस्था की इमारत में घुस गए। छह घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने तीनों आतंकियों को मार गिराया और इमारत में फंसे करीब 150 लोगों को बाहर निकाला।
अमेरिका के विशेष दूत जालमे खलीलजाद ने इस हमले की निंदा की है। 18 साल से युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए आतंकी संगठन तालिबान के साथ हो रही वार्ता में खलीलजाद अमेरिका का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
11 लोगों की मौत और 40 से अधिक लोग घायल
आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने कहा कि यह विस्फोट निजी ग़ालिब विश्वविद्यालय और शहीद चौराहे के पास एक सड़क पर हुआ। स्थानीय न्यूज चैनल ने घटनास्थल के फुटेज में दिखाया कि वहां पर धुआं उठ रहा था। यह धमाका शहर के व्यस्त इलाके में किया गया। बचाव टीम मौके पर मौजूद थी। रहीमी ने कहा कि घायलों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पिछले हफ्ते काबुल में तीन बम धमाके हुए थे। इन हमलों में जिम्मेदारी आईएसआईएस और तालिबान ने ली है। इन हमलों में 11 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग घायल हो गए।