हरिद्वार। हरिद्वार के कई मंदिर और आश्रम अतिक्रमण की जद में आ गए हैं। हरिद्वार वन प्रभाग की श्यामपुर रेंज में सबसे अधिक पक्का अतिक्रमण हुआ है। डीएफओ हरिद्वार ने सिद्ध मंदिर चंडी देवी, दक्षिण काली मंदिर समेत अन्य मंदिरों को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस भारतीय वन अधिनियम की धारा 61ए के तहत दिए गए हैं। सभी को अपने कागजात लेकर डीएफओ की कोर्ट में पेश होना पड़ेगा।
पक्के अतिक्रमण की लिस्ट तैयार
डीएफओ की कोर्ट के फैसले के बाद ही इन पर कार्रवाई की जाएगी। हरिद्वार में एक ओर जहां नगर निगम, लोक निर्माण विभाग और प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है। वहीं दूसरी ओर अब हरिद्वार वन प्रभाग और राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में हुए अतिक्रमण की लिस्ट तैयारी की जा रही है। हरिद्वार श्यामपुर रेंज में सबसे अधिक पक्के अतिक्रमण की लिस्ट तैयार हुई है।
लिस्ट में हरिद्वार ही नहीं बल्कि विश्व में प्रसिद्ध मंदिर चंडी देवी का नाम भी है। डीएफओ आकाश वर्मा के मुताबिक चंडी देवी, दक्षिण काली पीठ, चंडी भवन के अलावा कई आश्रमों को नोटिस दिए गए है। इन सब को पूर्व में भी नोटिस जारी किया गया है। दक्षिण कालीपीठ में कच्चे मकान की अनुमति मांगी थी, लेकिन वहां पक्का बना दिया गया।
जहां गौरी शंकर मंदिर बना है वहां पार्किंग की अनुमति मांगी गई थी। पार्किंग के लिए जगह भी कहीं और दी गई है। पार्किंग की जगह मंदिर बना दिया गया है। सिद्धस्रोत आश्रम को डीएफओ की कोर्ट ने अवैध करार दे दिया है। इसको हटाने के आदेश भी हो गए हैं। जल्द ही अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। इससे पहले मंगलवार को एनजीटी के आदेश पर गठित कमेटी के अध्यक्ष और हाईकोर्ट नैनीताल के पूर्व न्यायाधीश यूसी ध्यानी ने स्थलीय निरीक्षण भी किया था।
इन मंदिरों को दिया है नोटिस
चंडी देवी, दक्षिण काली पीठ, चंडी भवन, निलेश्वर मंदिर, गौरी शंकर मंदिर, सिद्धस्रोत आश्रम, सिंद्धबली मंदिर के अलावा वैद कर्म कांड विद्यालय को नोटिस जारी किया गया है।
राजाजी पार्क में भी अतिक्रमण, जारी होंगे नोटिस
जिस पार्क में पैर रखना भी अपराध है लोगों ने वहां पर भी अतिक्रमण कर लिया है। राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में ब्रह्मपुरी, वाल्मीकि बस्ती, दूधिया बीट, हिल बाईपास मार्ग खड़खड़ी में अतिक्रमण चिह्नित किया गया है। जल्द ही इनको नोटिस जारी किया जाएगा।