केदारनाथ का महत्व नहीं समझ रही केंद्र-राज्य सरकार: हरीश रावत

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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर रविवार को गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए रवाना हुए। इस दौरान यात्र व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि इनमें कई खामियां हैं। यात्रियों के लिए शौचालय तक की उचित व्यवस्था नहीं है। पैदल मार्ग पर भी गंदगी पसरी हुई है। रावत ने यात्रियों से भी बातचीत कर उन्हें हो रही दिक्कतों की जानकारी ली। यात्रा संबंधी तमाम खामियों की रिपोर्ट वह प्रदेश सरकार को सौंपेंगे।

रविवार सुबह घोड़े पर गौरीकुंड से रवाना होकर रावत देर शाम भीमबली पहुंचे। यात्रा के दौरान पूर्व सीएम ने पैदल मार्ग पर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार केदारनाथ के राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय महत्व को नहीं समझ पा रही हैं। स्वयं प्रधानमंत्री लेजर-शो तक केदारनाथ को समेटना चाहते हैं। उनका कहना है कि केदारनाथ यात्रा पर इसीलिए निकले हैं, ताकि प्रदेश व केंद्र की सरकार केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर सजग हो।

यात्रा की बेहतरी के लिए करने होंगे और गंभीर प्रयास

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर प्रशासन तक को यात्रा की बेहतरी के लिए और गंभीर प्रयास करने होंगे। कुंड से लेकर सोनप्रयाग तक सड़क की हालत बहुत अच्छी नहीं है और मरम्मत के काम में भी लापरवाही बरती गई है। पूर्व सीएम ने कहा कि वह केदारनाथ पहुंचने के बाद पूरे यात्रा मार्ग की स्थिति और यहां हो रही दिक्कतों के बारे में सरकार को अवगत कराएंगे। इस मौके पर राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, केदारनाथ विधायक मनोज रावत आदि मौजूद रहे।

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