युवा ही ला सकते हैं आमूलचूल बदलावः पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि युवा ही देश में आमूलचूल बदलाव ला सकते हैं। उनको सामाजिक बदलाव की जिम्मेदारी उठाते हुए अंधविश्वास से लड़ना चाहिए। पीएम का कहना था कि लोकतंत्र में विचार भिन्नता स्वाभाविक है, लेकिन राष्ट्रीय एकता सर्वोपरि है। हर किसी को इसके लिए सतत प्रयास करना चाहिए।

शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी नई दिल्ली में एनसीसी, एनएसएस कैडेटों और विभिन्न राज्यों की झांकियों के कलाकारों से मिल रहे थे। यह लोग गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी आए थे। तीन मूर्ति भवन लॉन में युवाओं से बातचीत करते हुए पीएम ने कहा, भारत को एक शक्तिशाली एवं प्रगतिशील देश बनाने के वास्ते हर किसी को उसकी सबसे बड़ी ताकत राष्ट्रीय एकता की मजबूती के लिए कार्य करना चाहिए।

लोकतंत्र में स्वाभाविक है वैचारिक मतभेद

परंपराओं से हटते हुए वह बच्चों के बीच भी चले गए। उनसे बातचीत करते हुए कहा, लोकतंत्र में वैचारिक मतभेद स्वाभाविक है, लेकिन राष्ट्रीय एकता के लिए हर किसी को सतत प्रयास करना चाहिए। उन्होंने बाल कलाकारों से कहा, अंधविश्वास का विरोध घर से शुरू करें। पीएम ने युवा कैडेटों से कहा कि उन्हें नागरिक व सैन्य सम्मान पाने वालों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करनी चाहिए ताकि वे देश के नाम पर कुर्बान होने वाले लोगों से सीख ले सकें। बकौल मोदी, बहुत कम लोग जानते होंगे कि आजाद भारत में 33,000 पुलिस के जवानों ने दूसरों की हिफाजत करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। हमें ऐसे वीर जवानों का सम्मान करना चाहिए।

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