नई दिल्ली। भारत की दिवंगत पुर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को लेकर कई बातें हैं, जो कही और लिखी गई हैं।उनकी मुखर होना हो हो या भारत से बाहर रह रहे भारतीयों को लेकर उनकी मदद की भावना वो हर जगह सही साबित होती थीं। भारत और पाकिस्तान के बीच बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद तनाव भरे हालात पैदा हो गए थे। दोनों ही देशों ने अपनी हवाई सीमाएं बंद कर दी थीं। हालात बेहद तनावपूर्ण थे। लेकिन इन तनावों के बीच सुषमा स्वराज का विमान पाकिस्तानी एयरस्पेस से गुजरने वाला पहला विमान था। इससे पहले किसी भी भारतीय विमान को पाकिस्तानी एयरस्पेस से गुजरने की इजाजत नहीं मिली थी।
जब PAK एयरस्पेस से गुजरा सुषमा का विमान
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान सुषमा स्वराज को 21 और 22 मई 2019 को एससीओ सम्मेलन में हिस्सा लेने किर्गिस्तान के बिश्केक के लिए रवाना होना था। इसके लिए उनके विमान तो पाकिस्तान हवाई सीमा(एयरस्पेस) से होकर गुजरना था। बालाकोट के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच काफी तनाव था। इसके बावजूद पाकिस्तान को अपने रुख में नरमी लानी पड़ी और उन्होंने तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की फ्लाइट के लिए अपना एयरस्पेस खोल दिया। द हिंदू की ओर से इस बात की जानकारी दी गई थी।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘भारत सरकार ने हमसे सुषमा स्वराज की फ्लाइट को पाकिस्तान से गुजरने की मंजूरी मांगी थी, जो हमने दे दी है।’ सुषमा स्वराज के विमान के लिए पाकिस्तान की मंजूरी ऐसे समय में आई थी, जब हजारों लोगों को पाकिस्तानी एयरस्पेस बंद होने के कारण अपनी टिकट कैंसिल करनी पड़ रही थी। अगर पाकिस्तान की ओर से यह मंजूरी नहीं दी जाती तो सुषमा स्वराज को किर्गिस्तान पहुंचने में 8 घंटें लगते। लेकिन पाकिस्तान की मंजूरी के बाद यह यात्रा सिर्फ 4 घंटे की हो गई।
सुषमा 21 मई और 22 मई को बिश्केक में थीं
सुषमा 21 मई और 22 मई को बिश्केक में थीं। बिश्केक में एससीओ देशों के विदेश मंत्रियों का सम्मलेन था। इस बैठक में सुषमा स्वराज ने आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की नीति पर करारी चोट की थी। एक संबोधन के दौरान तो सुषमा की चेयर के सामने पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी की कुर्सी खाली भी दिखी थी।
बालाकोट के बाद बंद किया था एयरस्पेस
पाकिस्तान ने फरवरी में बालाकोट में हवाई हमले के बाद से ही अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। पाकिस्तान को भारत की ओर से और हवाई हमलों का डर सता रहा था। इस तरह के और हवाई हमले की आशंका के चलते उसने अपने हवाई क्षेत्र को बंद रखने में ही भलाई समझी। हालांकि बाद में 16 जुलाई 2019 को पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस खोल दिया था।