देहरादून,प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ सीबीआइ या अन्य किसी भी तरह से उत्पीड़न की कार्रवाई होने पर प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकारों के खिलाफ लामबंद होकर संघर्ष छेड़ने की चेतावनी दी।
इस मामले में 20 सितंबर को हाईकोर्ट में भी सुनवाई होनी है
विधायकों की खरीद-फरोख्त की स्टिंग मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ सीबीआइ अपनी जांच पूरी कर चुकी है। इस मामले में 20 सितंबर को हाईकोर्ट में भी सुनवाई होनी है। सीबीआइ की ओर से शिकंजा कसे जाने के अंदेशे को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस पूरी तरह लामबंद नजर आ रही है।
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने संयुक्त पत्रकारवार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ किसी भी कार्यवाही का विरोध करने की घोषणा की। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने वालों के खिलाफ सीबीआइ, ईडी और इनकम टैक्स मोर्चा खोल रहे हैं। ऐसी आवाज को दबाने की कोशिश का कांग्रेस पुरजोर विरोध करेगी।
65 कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्रदेश में मुकदमें दर्ज
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि सीबीआइ अब मोदी ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन हो गया है। केंद्र की सरकार राजनीतिक विरोधियों का उत्पीड़न कर रही है। अब तक पार्टी के 65 कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्रदेश में मुकदमें दर्ज किए जा चुके हैं। उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने कहा कि पूर्व सीएम के साथ ही मौजूदा सीएम को लेकर एक ही व्यक्ति ने स्टिंग सीडी जारी की है।
कांग्रेस सीएम के खिलाफ स्टिंग सीडी की जांच कराने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि केंद्र या प्रदेश की सरकारों ने दोहरा रवैया अपनाया तो पुरजोर मुखालफत होगी। इस मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेस के कई नेता मौजूद थे।
गौरतलब है कि बीते दिनों पूर्व सीएम हरीश रावत ने सीबीआइ जांच की ओर इशारा करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि उन्हें राजनीतिक तौर पर मिटाने की साजिश हो रही है।