समारोह के दौरान सैनिकों के अश्रितों को सिर्फ सम्मान नहीं, रोजगार देने की मांग प्रमुखता से उठी। अशोक चक्र से सम्मानित शहीद की मोहन नाथ गोस्वामी की पत्नी भावना ने कहा, सिर्फ सम्मान नहीं नौकरी चाहिए साहब। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को ज्ञापन सौंपा। इसके अलावा कुमाऊंभर से समारोह में आए शहीदों के आश्रितों ने भी रोजगार की मांग की।
शांति के समय दिया जाने वाला सबसे बड़ा सैनिक सम्मान अशोक चक्र से सम्मानित नौ पैरा के लांसनायक मोहन नाथ गोस्वामी दो सिंतबर-2015 को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। इसके बाद राज्य सरकार ने उनकी पत्नी भावना को सरकारी नौकरी देने की बात कही थी।
सीएम रावत को नौकरी को लेकर दिया ज्ञापन
रविवार को वाटिका बैंक्वेट हाल में आयोजित समारोह में आई भावना ने बताया कि नौकरी को लेकर उन्होंने एक बार पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और दो बार वर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुलाकात कर ली है, लेकिन उनको अब तक नौकरी नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि सम्मान अपनी जगह है, पर सरकार उनको पहले नौकरी दे। उन्होंने समारोह में सम्मानित होने के दौरान सीएम रावत को नौकरी को लेकर ज्ञापन दिया, इसके बाद उनसे सम्मान ग्रहण किया। समारोह में ऐसी कई वीरनारियां आई थीं, जिन्होंने सरकार से सम्मान के साथ-साथ रोजगार मांगा।