नैनीताल : कुमाऊं में पिछले एक सप्ताह में सात लोगों ने मौत को गले लगाया है। जिनमें चार श्रमिक, एक बस चालक और दो युवतियां है। खुदकशी के कारणाें का ठीक-ठीक पता नहीं चल सका है। रुद्रपुर में दो श्रमिकों ने तो बागेश्वर और पिथौरागढ़ एक-एक मजदूर ने फंदे से लटककर जान दी है। जबकि काशीपुर में एक फैक्ट्री के बस चालक ने गाेली मार कर आत्महत्या की है। वहीं रुद्रपुर में ही दोनों युवतियों ने अपने मामा और मौसी के घर पर अज्ञात कारणों से फंदा लगाकर खुदकशी कर ली।
आत्महत्या करने वालों अधिकतर मजदूर
लॉकडाउन में एक जरफ जहां आपराधिक मामले कम हो गए हैं, खुदकशी करने की घटनाएं बढ़ीं है। लॉकडाउन के कारण सारे कामकाज ठप होने और व्यावसायिक गतिविधियां कम होने के कारण लोगों में अवसाद और तनाव बढ़ रहा है। यही कारण है कि लोग खुदकशी करने जैसा कदम उठा रहे हैं। खास बात है कि आत्महत्या करने वालों में अधिकतर मजदूर वर्ग हैं। सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज के मनोचिकित्सक डॉ युवराज पंत ने बताया कि डेली वेजेज और वर्करों के सामने इस समय गंभीर समस्या है। आने वाले दिनों में नौजवान भी नौकरी छूटने और काम न मिलने के कारण खुदकशी कर सकते हैं। इस बेहद मुश्किल वक्त है।
कमरे में राजमिस्त्री ने लगाई फांसी
रविवार को रुद्रपुर के भूरारानी में बिहार के युवक ने अज्ञात कारणों से फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक बिहार, छपरा निवासी 21 साल का श्याम बाबू भूरारानी में अपने दोस्त अरविंद के साथ किराए के कमरे में रहता था। बताया जा रहा है कि वह यहां पर राजमिस्त्री का काम करता था। रविवार दोपहर में खाना खाकर दोनों ही अपने अपने कमरे में चले गए। इसी बीच श्याम बाबू ने कमरे में पंखे के कुंडे में फंदा डाला और लटक गया। कुछ देर बाद जब अरविंद कमरे में आया तो उसकी मौत हो चुकी थी।
अमरूद के पेड़ के लटक कर श्रमिक ने की खुदकशी
रुद्रपुर के भगवानपुर निवासी मजदूर का शव रविवार को अमरूद के पेड़ पर लटका मिला। इसका पता चलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक 42 वर्षीय ओमप्रकाश राजभर मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। बताया जा रहा है कि 17 अप्रैल की रात किसी बात पर परिजनों से उसकी कहासुनी हो गई। इसके बाद वह अपने छोटे भाई कन्हैया के घर गया और बताया कि वह जा रहा है। इसके बाद वह कन्हैया के घर से कहीं चला गया। शनिवार को दिनभर ओमप्रकाश की पत्नी मालती और बच्चे खोजबीन करते रहे लेकिन वह नहीं मिला। रविवार काे गांव से एक किलोमीटर दूर गेहूं के खेत के पास ओमप्रकाश की लाश अमरुद के पेड़ पर लटकी मिली।
जंगल में पेड़ पर लटका मिला 19 साल के युवक का शव
पिथौरागढ़ जिले के तहसील बंगापानी बरम निवासी एक उन्नीस वर्षीय युवक का जंगल में पेड़ पर लटकता रविवार को शव मिला। पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है। अर्जुन कुमार 19 वर्ष पुत्र झूसी राम का शव बरम से लगभग चार किमी दूर बन्दरखेत नामक स्थान पर जंगल में एक पेड़ पर लटका हुआ मिला। अर्जुन शनिवार सुबह से घर से गायब था। परिजन उसकी खोजबीन में जुटे थे। रविवार सुबह बंदरखेत के निकट उसका शव पेड़ पर लटका मिला। सूचना पर जौलजीबी से पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पिथौरागढ़ भेज दिया है। पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है।
फांसी के फंदे पर लटकर दी नेपाली मजदूर ने जान
बागेश्वर जिले में पिछले मंगलवार को एक नेपाली मजदूर का शव पुलिस ने जंगल से बरामद किया था। उसका शव पेड़ पर लटक रहा था। मजदूर की संदिग्ध मौत पर पुलिस ने उसका पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया था। सुरखेत, नेपाल निवासी लाल सिंह (22)पुत्र आयते बहादुर रीमा क्षेत्र में रहता था। उसके माता-पिता भी उसके साथ हैं और वह खड़िया माइंस में काम करते हैं। परिजनों के अनुसार गत मंगलवार को वह ईंधन के लिए लकड़ी लेने जंगल गया था। देर शाम तक वह नहीं लौटा। उन्होंने स्थानीय पुलिस को सूचना दी। एसओ राजीव उप्रेती के नेतृत्व में पुलिस ने उसकी खोजबीन की। उसका शव जंगल में पेड़ पर लटकता हुआ बरामद किया। एसओ ने बताया कि परिजनों के अनुसार वह मानसिक रूप से बीमार था। उसकी पत्नी और दो बच्चे नेपाल में हैं। घटना की सभी कोणों से जांच की जा रही है। मृतक का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असल कारणों का पता चल सकेगा।
युवक ने गोली मारकर की आत्महत्या
काशीपुर के ढकिया नंबर एक में युवक ने बीते गुुरुवार को तमंचे से कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। कुंडेश्वरी चौकी क्षेत्र के ग्राम ढकिया नंबर 1 निवासी अनुज कुमार (32) पुत्र जगदीश मूलत: बुलंद शहर उप्र का रहने वाला है। उसके तीन बच्चें हैं। वह करीब पांच साल पहले पत्नी के कहने पर ढकिया आ गया और ससुराल के पास किराए के मकान में रहने लगा। अनुज रामनगर के हल्दुआ स्थित डेल्टा फैक्ट्री में बस चालक था। गुरुवार की सुबह अनुज की पत्नी राखी व दो बच्चें गांव के निकट खेत मेें गेहूं काटने गए थे। घर के आंगन में उनका एक बच्चा खेल रहा था। इसी बीच करीब 12 बजे अनुज ने कमरा बंद कर 315 बोर के तमंचा दायीं कनपटी पर सटाकर गोली मार ली। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मौत का कारण अब तक स्पष्ट नहीं सका है।
जगतपुरा में मामा के घर में युवती ने की आत्महत्या
रुद्रपुर के जगतपुरा में मामा के घर रहने वाली युवती ने अज्ञात कारणों के चलते शुक्रवार को दुपटटे का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के मुताबिक जगतपुरा निवासी मदन लाल बाठला ने बताया कि उसकी बहन की पूर्व में मौत हो चुकी है। इसके बाद से उसकी 20 वर्षीय बेटी कंचन नारंग पुत्री अशोक कुमार उनके साथ ही रहती थी। शुक्रवार को कंचन ने दोपहर में खाना खाया और दो मंजिले में बने कमरे में सोने चली गई। देर शाम आठ बजे के आसपास उन्होंने कंचन को खाना बनाने के लिए आवाज लगाई। काफी देर बाद जब वह नहीं आई तो वह कमरे में गए। जहां पर कंचन दुपटटे का फंदा बनाकर लटकी हुई मिली। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है।
मौसी के घर में रम्पुरा की युवती ने की आत्महत्या
रुद्रपुर रम्पुरा निवासी युवती ने सिंह कॉलोनी निवासी मौसी के घर में पंखे के कुंडे से लटककर आत्महत्या कर ली। पुलिस के मुताबिक रम्पुरा निवासी आरती (18) पुत्री रामप्रसाद पांच दिन पहले अपनी सिंह कॉलोनी निवासी मौसी सुशीला के घर आई हुई थी। शुक्रवार शाम को वह दूसरी मंजिल पर बने कमरे में चली गई। काफी देर बाद भी आरती वापस नीचे नहीं आई। आरती के न आने पर उसकी मौसी सुशीला छत पर गई तो वह कमरे में पंखे के कुंडे से लटकी मिली। आरती को फंदे से लटका देख सुशीला के होश उड़ गए। शोर शराबा होने पर परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ही आसपास के लोग एकत्र हो गए। उन्होंने उसे फंदे से नीचे उतारा। इस मामले में भी पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है।