लॉक डाउन 3 में केंद्र सरकार द्वारा शराब की दुकानें खुलने के आदेश दिए गए । इस आदेश के बाद देश के सभी राज्यों में 4 मई से शराब की दुकाने खुली। दुकानों के खुलते ही उनमें लंबी-लंबी लाइने लगनी शुरू हुई। देखते ही देखते ये भीड़ में तब्दील हो गई। लगातार बढ़ती भीड़ से हर जगह सोशल डिस्टेंसिंग का जमकर उल्लंघन किया गया । इसे कंट्रोल करने के लिए दिल्ली सरकार ने शराब पर कोविड टैक्स लगा दिया।
इसके बाद दिल्ली में शराब 50 से 60 फीसदी महंगी हो गई है और इसी की तर्ज पर राज्य सरकार भी इसमें इजाफा कर सकती है उत्तराखंड में भी जब से शराब की दुकाने खुली है तब से लोगों की लंबी लंबी लाइने लगी है तो कई सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है ऐसे में भीड़ को कम करने के लिए सरकार 50 से 60 फ़ीसदी तक शराब में टैक्स बढ़ा सकती है। उत्तराखंड में 628 शराब की दुकानें हैं जिनमें से 451 दुकानों कि नीलामी हो चुकी है। टैक्स लगाने से भीड़ कम हो सकती है क्योंकि लोग दोबारा शराब की दुकान में आने से परहेज करेंगे