लखपत ने नैनोली में मारा तेंदुआ, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

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मारे गए तेंदुए के साथ शिकारी एवं वन विभाग के कर्मचारी

अल्मोड़ा। आतंक का पर्याय बन चुका तेंदुआ शिकारी लखपत सिंह ने मार गिराया। बुधवार की शाम लगभग 6.30 बजे सोमेश्वर तहसील के नेनोली गांव के पास ही यह नर तेंदुआ जिसकी उम्र 14 साल बताई जा रही है को मार गिराया गया।

इस तेंदुए के हमले से ग्रामीण दहशत में थे। यह नर तेंदुआ गांव के लगभग 10 ग्रामीणों पर हमला कर चुका था। तेंदुए की दहशत के कारण शाम को ग्रामीणों को बाहर निकलना मुश्किल हो रहा था। ग्रामीण लगातार वन विभाग से इसे मारने की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश पनप रहा था। जिसके बाद डीएफओ पंकज कुमार ने तेंदुए को मारने के लिए शासन को पत्र भेजा शासन से मिली मंजूरी के बाद शिकारी लखपत सिंह को तेंदुए को मारने के लिए बुलाया गया। विगत कई दिनों से शिकारी टीम इस तेंदुए की तलास में जुटी थी। पिछले कई दिनों से वन विभाग के अधिकारियों के साथ ही प्रसिद्ध शिकारी लखपत सिंह का नेनोली गांव में सघन कांबिंग अभियान चला हुआ था। बुधवार को लखपत सिंह रावत ने इस गांव में कांबिंग की। बुधवार की शाम लगभग 6.30 बजे नैनोली गांव के पास तेंदुआ दिखाई दिया। इस आदमखोर तेंदुए को शिकारी लखपत सिंह रावत ने 36 मीटर की दूरी से उस पर गोली चलाकर ढेर कर दिया। इस तेंदुए को मारने के लिए कई टीमें बनाई गई थी। तेंदुए के मारे जाने से क्षेत्र में दहशत का माहौल खत्म हुआ है और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।

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