Kedarnath By Election : इस वर्ष नौ जुलाई को केदारनाथ विस की विधायक शैलारानी रावत के निधन से यह सीट खाली हो गई थी। जिसके लिए आज मतदान हो रहा है। आज केदारनाथ विधानसभा के 90 हजार से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
Skill Development & Employment Conclave : में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने किया प्रतिभाग
केदारनाथ धाम, आपदा के मुद्दे को कांग्रेस मान रही ताकत
उपचुनाव में कांग्रेस की ताकत केदारनाथ धाम के नाम पर दिल्ली में प्रतीकात्मक मंदिर का निर्माण, धाम से सोना गायब होना, केदारघाटी में आपदा के मुद्दे को ताकत मान रही है। 2017 में केदारनाथ विस जीत कर मनोज रावत ने महिला उम्मीदवार जीतने का मिथक तोड़ा था। कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार भी मनोज रावत मिथक को तोड़ेंगे।
सुबह नौ बजे तक कुल 4.30 फीसदी मतदान
केदारनाथ विधानसभा सीट पर सुबह नौ बजे तक कुल 4.30 फीसदी मतदान हुआ है। मतदान शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। पोलिंग बूथों पर भी लोगों के आने का सिलसिला जारी है।
आशा नौटियाल और मनोज रावत ने डाला वोट
केदारनाथ उपचुनाव सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत ने भणज पोलिंग बूथ पर वोट डाला। वहीं भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने सारी गांव में अपना मतदान किया।
प्रचार में चिरपरिचित अंदाज में दिखे पूर्व सीएम हरीश रावत
पूर्व सीएम हरीश रावत भी प्रचार में चिरपरिचित अंदाज में दिखे। प्रचार के दौरान महिला मतदाताओं को साधने के लिए खेत खलियान में भी गए। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व अध्यक्ष एवं विधायक प्रीतम सिंह, चुनाव प्रभारी व विधायक विक्रम सिंह नेगी, पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत समेत सभी दिग्गजों ने प्रत्याशी मनोज रावत की जीत के लिए प्रचार किया।
कांग्रेस की चाहत 2027 के लिए बड़ा संदेश देने की
कांग्रेस की चाहत केदारनाथ में जीत के साथ 2027 के लिए एक बड़ा संदेश देने की भी है। लोस चुनाव में पांचों सीट हारने के बाद कांग्रेस के हौसले पस्त थे, लेकिन बदरीनाथ व मंगलौर विस उपचुनाव में जीत ने उम्मीदों से भर दिया। उसने मिशन केदारनाथ के लिए प्रचार में पूरी ताकत झोंकी। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने मोर्चा संभाला।
कांग्रेस ने प्रचार में एकजुटता से किए वार
अलग-अलग गुटों में बंटी कांग्रेस उपचुनाव (Kedarnath By Election) के प्रचार युद्ध में भाजपा पर पूरी एकजुटता संग वार-पलटवार करती नजर आई। अब उसे मनचाहे नतीजे का इंतजार है। बदरीनाथ व मंगलौर उपचुनाव में जीत का उत्साह केदारनाथ के प्रचार को प्रचंड बनाने में उसके खूब काम आया।
भाजपा की ये ताकत और ये कमजोरी
उपचुनाव में भाजपा की ताकत का जिक्र करें तो प्रदेश और केंद्र में सरकार, केदारनाथ से सीधे पीएम मोदी का जुड़ाव, सीएम, मंत्री, विधायक और पार्टी पदाधिकारियों का प्रचार, महिला मतदाता बहुल सीट पर दो बार की विधायक रही महिला चेहरे आशा नौटियाल पर लगाया गया दांव, कराए गए विकास कार्य मजबूत पक्ष माने जा रहे हैं। भाजपा उम्मीद कर रही कि एक बार महिला प्रत्याशी पर लगाया गया दांव सही साबित होगा और महिला उम्मीदवार की जीत का मिथक दोहराएगा, जबकि नई दिल्ली में केदारनाथ मंदिर का शिलान्यास भाजपा का कमजोर पक्ष माना जा रहा।
पहले घंटे में 5.33 प्रतिशत हुआ मतदान
केदारनाथ विधानसभा सीट पर मतदान जारी है। पहले घंटे में 5.33 प्रतिशत हुआ मतदान।
CM Visit Garsain : गैरसैंण के ऐतिहासिक गांव सारकोट पहुंच कर CM धामी ने सुनी जन समस्याएं