देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के स्टिंग की साजिश का पर्दाफाश होने के बाद शासन में हलचल मची हुई है। जिसके चलते इस स्टिंग प्ररकण के बाद सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत की सुरक्षा को हाईटेक किया जाएगा। सीएम की सुरक्षा को देखते हुए उनके आवास के अलावा सिचवालय आफिस में भी अत्याधुनिक कैमरे लगाए जाएंगे, जिनमें वाइस रिकार्डिंग की सुविधा भी रहेगी। वही इसके साथ ही सीएम से मिलने आने वाले सभी लोगों पर पैनी नजर रखी जाएंगी। सीएम की सुरक्षा को लेकर अब विभाग भी हरकत में आ गया है। उनकी सुरक्षा को मध्येनजर रखते हुए जल्द होने वाली उच्च स्तरीय समिति की बैठक में कई फैसले होने की उम्मीद हैं।
भविष्य में इस तरह की पुनर्रावृत्ति टालने को गृह विभाग की तैयारी
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश का स्टिंग आपरेशन के प्रयास का सनसनीखेज खुलासा होने के बाद सरकार के नुमाइंदों और नौकरशाहों में बेचैनी है। इसे सीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है। भविष्य में इस तरह की पुनर्रावृत्ति टालने को गृह विभाग सीएम की सुरक्षा को पुख्ता करने की तैयारी में हैं। इसी कड़ी में सीएम के आवास और सचिवालय में उच्च तकनीक के कैमरे लगाए जाएंगे, जो वाइस रिकार्डिंग भी करेंगे। इस दौरान वहां सीएम से मिलने वाले सभी लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
खासतौर से सीएम से मिलने आने वाले को कई चक्र की तलाशी से होकर गुजरना होगा, ताकि वह किसी तरह की इलेक्ट्रोनिक उपकरण अपने साथ नहीं ले जा सके। इसी तरह सचिवालय में बड़े नौकरशाहों के आफिस में एहतियात के तौर पर सुरक्षा के कई इंतजाम किए जाएंगे।
आपराधिक कृत्य को लेकर संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस प्रकरण के बाद सीएम की सुरक्षा को और हाईटेक किया जाएगा, ताकि ऐसे तत्वों पर नजर रखी जा सके। उच्च स्तरीय समिति की बैठक में मंथन के बाद नई चुनौतियों के मद्देनजर सीएम के सुरक्षा को और कड़ा किया जाएगा। फिलहाल सुरक्षा से जुड़े तंत्र को सतर्क कर दिया गया हैं।
-आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव (गृह)