देहरादून। संवाददाता। विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही हंगामा खड़ा हो गया। आक्रोशित विपक्ष कांग्रेसी विधायक विधानसभा से वाकआउट कर विधानसभा के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गये और तमाम मान मनोबल के बावजूद सदन में जाने को तैयार नहीं हुए। जिस कारण पहले सदन की कार्यवाही स्थगित की गयी और फिर पूरे दिन के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गयी।
पीठ से विधायकों को संरक्षण देने की भी मांग
विवाद की शुरूआत कांग्रेस विधायक करन मेहरा को विधानसभा के मुख्य द्वार पर रोके जाने और सुरक्षा कर्मियों द्वारा उनके साथ अभद्रता किये जाने से हुई। जिससे नाराज विधायक करन मेहरा वहीं धरने पर बैठ गये। जैसे ही इस घटना की जानकारी कांग्रेस विधायकों को मिली वह भी गेट पर और एक समय अकेली नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ही सदन में शेष बची। उन्हे जब मामले की जानकारी हुई तो उन्होने पीठ से विधायकों को संरक्षण देने की भी मांग की। विधानसभा अध्यक्ष ने इस पर संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत को कांग्रेस विधायकों को सदन के अंदर लाने को कहा। इस बीच इंदिरा हृदयेश भी सदन से वाकआउट कर बाहर आ गयी।
पूरे विपक्ष के सदन से बाहर आ जाने के कारण विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी जिसके कारण प्रश्नकाल भी नहीं हो सका। बाहर धरने पर बैठे कांग्रेसी विधायक सुरक्षा कर्मियों के द्वारा की गयी अभद्रता से उस हद तक आहत थे कि वह किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं थे।
कांग्रेस विधायक तुरन्त कार्यवाही पर अड़े रहे
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, प्रकाश पंत और अन्य तमाम नेताओं ने घंटो उन्हे मनाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने इस दौरान खुद एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने भी विधायक करन मेहरा को समझाने की कोशिश की और भरोसा दिलाया कि उनके साथ अगर किसी तरह की अभद्रता पुलिसकर्मियों ने की है तो वह इसकी जांच करेंगी व कार्यवाही करेंगी। लेकिन कांग्रेस विधायक तुरन्त कार्यवाही पर अड़े रहे। घंटो मान मनोव्वल व कोशिशों के बाद भी जब कांगेसी विधायक नहीं माने तो अंततया विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही ही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।
विधायक करन मेहरा का कहना है कि वह अपनी निजी कार से नहीं विधानसभा द्वारा उपलब्ध की गयी उस गाड़ी से ही विधानसभा जा रहे थे जो उन्हे लेने के लिए भेजी गयी थी। विधानसभा की गाड़ी को सुरक्षा कर्मियों ने न सिर्फ रोका वरन परिचय देने के बाद भी सुरक्षा कर्मियों ने उनसे कहा कि इसे गाड़ी से नीचे उतारो हम देखते है कौन सा विधायक है।
उन्होने कहा कि वह पहली बार विधायक नहीं बने है वह अपना इस तरह का अपमान कतई नहीं सह सकते है। खबर लिखे जाने तक सभी 10 कांग्रेसी विधायक और सूचना मिलने पर अनेक कांग्रेसी कार्यकर्ता विधानसभा के सामने धरने पर डटे हुए थे तथा सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। जबकि सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी।