बुधवार आधी रात से कर्मचारी हड़ताल शुरू हो जाएगी। बस संचालन से जुडे़ इन कर्मचारियों की हड़ताल से बस सेवाएं 50 फीसदी से ज्यादा तक ठप हो सकती है। मानदेय न बढ़ने से खफा रोडवेज के 2900 विशेष श्रेणी कर्मचारियों (आउटसोर्सध्संविदा) हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया।
इससे पहले मंगलवार को रोडवेज अफसरों ने कर्मचारियों को मनाने की कोशिश तो की, लेकिन मानदेय बढोत्तरी पर सहमति न बन पाने की वजह से वार्ता विफल हो गई। रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेश महामंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि 27 दिसंबर रात 12 बजे से सभी विशेष श्रेणी कर्मचारी कार्य बहिष्कार शुरू कर देंगे। बुधवार दोपहर प्रबंध निदेशक ब्रजेश कुमार संत ने हड़ताल के नोटिस को लेकर यूनियन महामंत्री चौधरी, केपी सिंह, दीपक शाह, उदयवीर सिंह, विपिन कुमार से वार्ता की।
कर्मचारियों ने एकसुर में सभी विशेष श्रेणी कर्मचारियों का मानदेय 50 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से बढ़ाने की मांग की। वर्तमान में 1.55 रुपये से 2.50 रुपये तक मानदेय दिया जा रहा है। संत ने कर्मचारियों से एक हफ्ते इंतजार करने को कहा। पर कर्मचारियों ने साफ इंकार कर दिया। महाप्रबंधक दीपक जैन ने कहा कि प्रबंधन मानदेय समेत सभी मांगों पर सकारात्मक ढंग से विचार कर रहा है। पर तत्काल निर्णय लेना कठिन होगा। करीब दो घंटे तक चली वार्ता के बेनतीजा रहने पर कर्मचारी वापस लौट गए।
वैकल्पिक इंतजाम में जुटा रोडवेज प्रबंधन
विशेष श्रेणी के कर्मचारी रोडवेज की रीढ़ की समान है। इनमें सर्वाधिक संख्या ड्राइवर और कंडक्टर की होने की वजह से रोडवेज प्रबंधन भी हड़ताल पर गंभीर है। पिछले साल भी विशेष श्रेणी कर्मचारियों की हड़ताल के कारण रोडवेज की बसों का संचालन काफी प्रभावित रहा था। महाप्रबधक दीपक जैन ने बताया कि वार्ता का दौर अभी जारी है। हड़ताल की स्थिति पैदा होने पर वैकल्पिक व्यवस्थाएं की जाएंगी। उपलब्ध कर्मचारियों से व्यवस्था को बनाया जाएगा।