प्राथमिकता निर्धारण के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश

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देहरादून: मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश की अध्यक्षता में उनके सचिवालय सभागार में विभिन्न स्तरों पर लम्बित बाह्य सहायतित परियोजना (EAP) प्रस्तावों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य सचिव ने सम्बन्धित विभागों से बाह्य सहायतित परियोजना के प्रस्तावों के स्टेटस का विवरण प्राप्त करते हुए इस वित्त वर्ष में परियोजनाओं की प्राथमिकता निर्धारण के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिये।

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16 प्रस्तावों में से 08 परियोजनाओं के प्रस्तावों की प्राथमिकता का निर्धारण

बैठक में वर्तमान में उत्तराखण्ड में विभिन्न स्तरों पर लम्बित बाह्य सहायतित परियोजनाओं के कुल 16 प्रस्तावों में से 08 परियोजनाओं के प्रस्तावों की प्राथमिकता का निर्धारण किया गया। इस दौरान सिंचाई विभाग की जमरानी बहुउद्देश्यीय परियोजना और सौंग बांध पेयजल परियोजना तथा शहरी विकास विभाग की ऋषिकेश हेतु एकीकृत अवस्थापना विकास परियोजना को उच्च प्राथमिकता में लिया गया। इसी तरह अन्य विभागों से सम्बन्धित महत्वपूर्ण परियोजनाओं के प्रस्तावों की प्राथमिकता का निर्धारण किया गया।

अग्रिम कार्यवाही करते हुए प्रगति बढ़ाने के निर्देश

बैठक में कहा गया कि वर्तमान समय में उत्तराखण्ड में विभिन्न स्तरों पर लम्बित बाह्य सहायतित परियोजनाओं के प्रस्तावों की कुल संख्या 16 है, जिसमें से 8 परियोजनाओं के प्रस्तावों को इस वित्त वर्ष में उच्च प्राथमिकता में लिया गया है। मुख्य सचिव ने उच्च प्राथमिकता में लिये गये परियोजना के प्रस्तावों के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों को इसमें अग्रिम कार्यवाही करते हुए प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिये।

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्री शैलेश बगोली, श्री सचिन कुर्वे, श्रीमती सौजन्या, अपर सचिव श्री उदय राज सहित शहरी विकास, ऊर्जा विभाग, उद्यान, पेयजल, सिंचाई, पर्यटन, लोक निर्माण विभाग, वन विभाग, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग, जलागम प्रबन्धन आदि सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।

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