डेड बॉडी से रेप करता था निठारी कांड का मुख्य दोषी सुरेंद्र कोली

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लखनऊ-गाजियाबाद की CBI स्पेशल कोर्ट ने निठारी कांड से जुड़े एक मामले में मोनिंदर सिंह पंढेर और उसके घरेलू सहायक सुरेंद्र कोली को फांसी की सजा सुनाई है।  निठारी कांड के मुख्य दोषी सुरेंद्र कोली को कौन-सी ऐसी बीमारी थी, जिसकी वजह से वो इतना जघन्य अपराध करता था।

डेड बॉडी के साथ रेप करता था सुरेंद्र कोली

पुलिस अधिकारी के मुताबिक, मोनिंदर पंढेर की कोठी में अक्सर कॉलगर्ल आया करती थीं। उनके लिए घरेलू सहायक सुरेंद्र कोली ही खाने-पीने की व्यवस्था करता था। इस दौरान वो उनसे नजदीकी बढ़ाना चाहता था, लेकिन नौकर होने की वजह से कामयाब नहीं हो पाता।
इसलिए वह धीरे-धीरे नेक्रोफीलिया नामक मानसिक बीमारी से ग्रसित होता गया। इस वजह से वो छोटे बच्चों के प्रति सेक्शुअली अट्रैक्ट होने लगा।

इसकी वजह से जब इलाके में सन्नाटा छा जाता था तो कोठी से गुजरने वाली लड़कियों को वो पकड़ लेता और उनका मुंह बांध कर उनसे दुष्कर्म करता था। इतना ही नहीं, वो हत्या करने के बाद शव के साथ भी रेप करता था।

10 लाख में से किसी एक को होती है नेक्रोफीलिया की बीमारी

लखनऊ के केजीएमयू के जिरियॉट्रिक एंड मेंटल हेल्थ डिपार्टमेंट के एच.ओ.डी डॉ. एस. सी तिवारी के मुताबिक, ‘नेक्रोफीलिया’ एक तरह का मेंटल डिजीज है। जिसे रेयर डिजीज की लिस्ट में शामिल किया गया है।”
”ये डिजीज 10 लाख व्यक्ति में से किसी एक को होती है। किसी व्यक्ति को ये डिजीज क्यों होता है? इस बारे में आज तक ठीक से पता नहीं चल पाया है। इस डिजीज के उपर अभी भी रिसर्च चल रहा है।”

डेड बॉडी से सेक्स करते हैं नेक्रोफीलिया के पेशेंट

तिवारी ने कहा- ”नेक्रोफीलिया डिजीज से ग्रसित व्यक्ति डेड बॉडी के साथ सेक्स करता है। लेकिन उसे ये पता नहीं होता है कि वह ऐसा क्यों कर रहा है? कभी-कभी ये सनक में तो कई बार प्लेजर के लिए भी किया जाता है।”
”इस डिजीज के बारे में अभी तक मरीजों का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। भारत में ये बीमारी कितने लोगों को है यह भी डाटा उपलब्ध नहीं है।”

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