इसके बाद और हालत सुधरे तो अन्य स्टेशनों पर रुकी ट्रेनों को कॉशन ऑर्डर पर निकाला गया। इस दौरान कई ट्रेनों जहां की तहां फंसी रहीं। देर शाम तक रेल विभाग का अमला ट्रैक पर भरे पानी को निकालने और ट्रैक को सुधारने में जुटा रहा।झांसी से बीना की ओर जा रही पैसेंजर ट्रेन के ड्राइवर को धौर्रा और मोहासा स्टेशन के बीच अचानक ट्रैक पर पानी देखकर ट्रेन को रोकना पड़ा। यह जगह मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना स्टेशन और उत्तर प्रदेश के ललितपुर स्टेशन के बीच आती है।
सुबह करीब नौ से दस बजे के समय की यह घटना बताई जा रही है
इस पैसेंजर ट्रेन में सामान्य श्रेणी के दस डिब्बे होते हैं
ड्राइवर ने तत्काल इसकी सूचना रेल अधिकारियों के साथ ही बीना और ललितपुर स्टेशनों पर दी। इस पैसेंजर ट्रेन में सामान्य श्रेणी के दस डिब्बे होते हैं। रक्षाबंधन का दिन होने के कारण सभी डिब्बों में भीड़ थी।
अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन ट्रैक पर पानी का आना लगातार जारी था। ऐसे में कोई जोखिम न लेते हुए पैसेंजर ट्रेन को वापस झांसी की ओर लौटाने का फैसला लिया गया। इसमें भी खतरा था, क्योंकि जहां ट्रेन रुकी हुई थी, वहां भी ट्रैक डूब चुका था।
दोपहर के डेढ़ बजे के बाद जब पानी कम होना शुरू हुआ
दोपहर के डेढ़ बजे के बाद जब पानी कम होना शुरू हुआ तो ट्रैक को सुधारना शुरू किया गया। साथ ही वहां जमा पानी निकालने के लिए कोशिश शुरू हुई। इसके बाद कॉशन आर्डर पर ट्रेनें निकालना शुरू हुआ। इसके चलते दर्जनों ट्रेनों को दोनों ओर से स्टेशनों पर रोक दिया गया था।
बाकी ट्रेनों के आवागमन पर पड़ा फर्क
झांसी रेल मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह के मुताबिक पानी में फंसी पैसेंजर ट्रेन को वापस कर दिया गया है। अब सबकुछ ठीक है। इस घटना के कारण झांसी की तरफ आने वाली ट्रेन झेलम एक्सप्रेस, महामना एक्सप्रेस, साबरमती एक्सप्रेस, अंडमान एक्सप्रेस, एपी एसी एक्सप्रेस, पंजाब मेल घंटों देरी से रवाना हो सकीं।