देहरादून। Vanijya Utsav: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड को पूरी दुनिया में आध्यात्म का केंद्र बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उत्तराखंड से हर साल निर्यात 30 हजार करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य के विशिष्ट शिल्प उत्पाद जैसे ऐंपण, ताम्र शिल्प, रिंगाल, काष्ठ शिल्प, बैम्बू, नमदा, कालीन, मूंज, पोट्री और वूलन उत्पाद निर्यात को उपलब्ध हैं।
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टेक्सटाइल उत्पादों में राज्य की स्थानीय कला ऐंपण का कार्य किया जा रहा है
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुभाष रोड स्थित एक होटल सभागार में वाणिज्य उत्सव (Vanijya Utsav) का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल उत्पादों में राज्य की स्थानीय कला ऐंपण का कार्य किया जा रहा है। ताम्र शिल्प से परंपरागत उत्पादों के साथ-साथ बाजार मांग के अनुरूप नवीन डिजाइनों के उत्पाद विकसित किए जा रहे हैं।
राज्य के परम्परागत शिल्प कला के संरक्षण, संवर्द्धन और प्रोत्साहन के लिए पारंपरिक कला, संस्कृति की परंपरा को अक्षुण्य बनाए रखने और शिल्पियों की कल्पनाशीलता, योग्यता और कारीगरी को प्रोत्साहित करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।
बुनकरों और शिल्पियों के उत्पादों का ऑनलाईन विपणन कार्य भी सफलतापूर्वक किया जा रहा है
उद्योग मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों के बाद राज्य के बुनकरों और शिल्पियों के उत्पादों का ऑनलाईन विपणन कार्य भी सफलतापूर्वक किया जा रहा है। उद्योग मंत्री ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश की नीतियां यह दर्शाती हैं कि केंद्र मे नरेन्द्र मोदी और प्रदेश में पुष्कर धामी की सरकार संतुलित औरसमन्वित विकास के साथ-साथ रोजगार सृजन और नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार के लिए पूरी तरह प्रतिबद्व है। इस मौके पर राधिका झा सचिव एमएसएमई, रोहित मीणा, महानिदेशक उद्योग, सुधीर चन्द्र नौटियाल, निदेशक उद्योग मौजूद रहे।
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