लखनऊ। Yogi Adityanath Uttarakhand tour: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी पारी शुरू करने वाले योगी आदित्यनाथ लम्बे समय बाद अपने पैतृक गांव जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का तीन मई से तीन दिवसीय उत्तराखंड का दौरा है। इस दौरान वह अपने पैतृक गांव पंचूर के साथ गृह ब्लाक यमकेश्वर भी जाएंगे। इसके साथ ही हरिद्वार में उत्तर प्रदेश के पर्यटक आवास गृह का लोकार्पण करेंगे।
Yogi Adityanath Uttarakhand tour update:
योगी 11 फरवरी 2017 को आखिरी बार अपने घर गए थे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना संक्रमण काल के दौरान 20 अप्रैल 2020 को पिता आनंद सिंह बिष्ट के निधन के बाद उनके अंतिम दर्शन करने अपने पैतृक गांव नहीं जा सके थे। इसका उनको काफी मलाल भी था और उन्होंने पत्र भेजकर अपनी मां से वादा किया था कि वह अपने पैतृक गांव आएंगे। योगी आदित्यनाथ के मूल गांव पंचुर में उनकी मां सावित्री देवी, बड़े भाई मानवेन्द्र सिंह बिष्ट और छोटे भाई महेन्द्र सिंह बिष्ट का परिवार रहता है। इससे पहले योगी आदित्यनाथ 11 फरवरी 2017 को आखिरी बार अपने घर गए थे। तब से उनकी मां और स्वजन उनसे मिलने का इंतजार कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ पिता आनंद सिंह बिष्ट के निधन पर भी अपने पैतृक गांव नहीं जा पाए थे। बहन शशि पयाल ने उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 का चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की थी। योगी आदित्यनाथ ने उनसे वादा किया कि शपथ ग्रहण करने के बाद समय मिलते ही वह एक बार सबसे मिलने गांव आएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड दौरे पर मंगलवार को देहरादून पहुंचेंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड दौरे पर मंगलवार को देहरादून पहुंचेंगे। इसके बाद चार मई को वह अपने गृह ब्लाक यमकेश्वर के बिथ्याणी के गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इससे पहले देहरादून में मार्च में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शपथ में शामिल होने के साथ विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान भी वह अपने गांव नहीं जा सके थे। वह उत्तराखंड विधानसभा के चुनाव में कुछ प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के सिलसिले में गए थे।
उत्तराखंड दौरे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच मई को हरिद्वार में उत्तर प्रदेश के पर्यटक आवास गृह का उद्घाटन करेंगे। इसी दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ हरिद्वार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान परिसंपत्तियों के बंटवारे में हिस्से में आए अलकनंदा होटल को उत्तराखंड को समर्पित कर सकते हैं।