प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का त्रिपुरा विस चुनाव में बीजेपी की इस बड़ी जीत के बाद पार्टी दफ्तर में स्वागत किया गया। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि दी। मोदी ने कहा कि लेफ्ट की चोटों का जनता ने वोट से जवाब दिया है। राहुल गांधी पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, देश में एक पार्टी ऐसी भी है कि जहां लोगों का पद तो बढ़ता है पर कद घटता जाता है। बता दें कि त्रिपुरा में बीजेपी ने सबसे बड़ा उलटफेर करते हुए 25 साल से सत्ता में काबिज लेफ्ट को बाहर का रास्ता दिखाया। नगालैंड में भी बीजेपी की सरकार बना सकती है, जबकि मेघालय में फिलहाल स्थिति साफ नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा, बीजेपी के अनेक कार्यकर्ताओं ने शहादत दी है, राजनीतिक विचारधारा के कारण हमारे निर्दोष कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतारा गया। भय और भ्रम इन दो हथियारों से, खासकर लेफ्ट पार्टियों ने जो जुल्म किया। आज लोकतंत्र की ताकत है कि गरीब से गरीब जनता ने भी इस चोट का जवाब वोट से दिया है। त्रिपुरा की जनता को भी हमारे कार्यकर्ताओं को खोने का दुख था। मैं आप सबसे अनुरोध करता हूं कि हम दो मिनट के लिए बीजेपी के उन शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे।
पीएम मोदी ने कहा, अब मैं जो बात कहूंगा, हो सकता है कि वो कुछ लोगों के काम आ जाए। वास्तुशास्त्र वाले मानते हैं कि नॉर्थ-ईस्ट को कोना सबसे अहम होता है। मतबल एक बार ये कोना ठीक हो गया तो पूरी इमारत सही बनती है।
देश के राजनीतिक विशलेषकों को देखना होगा कि लोकतंत्र में नेताओं का दायित्व बनता है कि मतदाताओं को समझाएं। लेकिन यहां जाति, बम-बंदूक की राजनीति चली। मैं चाहता हूं कि राजनीतिक विचारक देखें कि सही बात बताकर चुनाव और लोगों के दिलों को जीता जा सकता है। इसे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने करके दिखाया। ये टीवी पर चलता है कि जो मीडिया में आए, बढ़िया चेहरा हो और बड़ा नाम तभी कोई नेता होता है। लेकिन यहां हमारा कोई बड़ा नेता नहीं है।
त्रिपुरा में सबसे कम उम्र के बीजेपी विधायक
देश की विधानसभाओं का आंकड़ा देखा जाए तो त्रिपुरा में बीजेपी के चुने हुए विधायक सबसे छोटी उम्र के हैं। हमें चुनाव से पहले उनके नॉमिनेशन तक देखने पड़े, क्योंकि डर था कि कहीं 25 के नहीं होने पर पर्चा रद्द ना हो जाए। इतने छोटे-छोटे कैंडिडेट्स पर जनता ने भरोसा जताया है।