शनिवार सुबह एक बनास नदी में गिरने से 35 लोगों की मौत हो गई, वहीं डेढ़ दर्जन लोग घायल हो गए। घटना राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले की है। बस में 50 लोग सवार थे। मृतकों में से 30 लोगों की पहचान हो गई। बस में सवार यात्री सवाई माधोपुर से पास के ही गांव में रामदेव मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे थे । बस बनास नदी से गुजर रही थी कि इसी बीच अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ते हुए नदी में गिर गई।
हादसा शनिवार सुबह 7 बजे हुआ। निजी कम्पनी की यात्री बस नाबालिग कंडक्टर चला रहा था, जबकि चालक पास की ही सीट पर सो रहा था। तेज गति से बस चला रहे कंडक्टर ने दूसरे वाहन को ओवरटेक करते हुए स्टेयरिंग से अपना नियंत्रण खो दिया और बस 100 फीट गहरी नदी में रेलिंग तोड़ते हुए गिर गई। हादसा इतना दर्दनाकथा कि अधिकांश लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
गोताखोरों ने शव नदी से निकाले बाहर
हादसे की सूचना मिलने पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने आपदा प्रबंधन की टीम की मदद से मृतकों को नदी से निकालना शुरू किया। गोताखोरों ने एक-एक कर 32 लोगों के शव नदी से बाहर निकाले। डेढ़ दर्जन घायलों को नदी से बाहर निकालकर उपचार के लिए अस्पतालों में पहुंचाया गया।
मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पतालों में पहुंचाया गया। अस्पताल में मृतकों के पास से मिले दस्तावेजों के आधार पर परिजनों को सूचना दी गई। मृतकों में से 8 की पहचान अभी तक नहीं हो सकी।
जिला कलेक्टर के.सी.वर्मा ने बताया कि नदी में 9 से 10 फीट गहरा पानी है,100 फीट ऊंचाई से गिरने के कारण 34 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वर्मा ने बताया कि बस पूरी तरह से दब गई थी। बस चालक का शव पूरी तरह से खराब हो गया था।
राष्ट्रपति कोविंद ने इस दुखद दुर्घटना पर ट्वीट करते हुए कहा कि मैं इस घटना से बहुत आहत हूं। शोकाकुल परिवारों को भगवान ये दुख सहन करने की शक्ति दे। इस दुर्घटना से प्रभावित लोगों की मदद के लिए सरकार हर संभव कदम उठा रही है।
इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भगवान मृतकों के परिवार वालों को ये दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस दुखद परिस्थति पर बारीकी से निगरानी कर रही है, जिसमें बचाव अभियान भी शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।