पटना। बिहार में बदले राजनीतिक समीकरण पर राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड के कुछ नेता खुश नहीं हैं। पहले जेडीयू में फूट पड़ी और अब ऐसी ही खबर आरजेडी से आ रही है।
राज्य के मुजफ्फरनगर जिला स्थित गायघाट सीट से आरजेडी विधायक महेश्वर यादव ने कहा कि अगर तेजस्वी यादव इस्तीफा दे देते तो यह नौबत ही नहीं आती।एक निजी समाचार चैनल से बात करते हुए महेश्वर ने कहा कि जिस दिन केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) का छापा पड़ा उसी दिन तेजस्वी यादव इस्तीफा दे देते तो यह नौबत ही नहीं आती।
पुत्र मोह में गठबंधन टूट गया,जेडीयू में जा सकते हैं विधायक
महेश्वर यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने धोखा नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार पुत्र मोह में गिर गई। उन्होंने कहा कि नीतीश ने धोखा नहीं दिया है। वो राहुल और सोनिया से मिलकर इशारा दे रहे थे।
इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि आरजेडी के कई विधायक जेडीयू का दामन थामने की सोच रहे हैं।महेश्वर के अनुसार कई विधायक चाहते थे कि तेजस्वी इस्तीफा दें लेकिन कोई नेतृत्व के सामने बोल नहीं पाता था।
इससे पहले जेडीयू से राज्यसभा सांसद अली अनवर ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भारतीय जनता पार्टी से मिलकर सरकार बनाने के कदम की आलोचना की थी।
मेरा जमीर इस बात की इजाजत नहीं करता
अनवर ने कहा था कि ‘नीतीश जी ने अपनी आत्मा की आवाज पर बीजेपी के साथ जाने का फैसला किया लेकिन मेरा जमीर गंवारा नहीं करता। अनवर ने कहा कि मेरा जमीर इस बात की इजाजत नहीं करता कि मैं इस कदम का समर्थन करूं।’
उन्होंने कहा था कि अगर मुझे मौका मिला तो मैं अपनी बात पार्टी फोरम पर रखूंगा। उन्होंने कहा कि जिन मसलों पर हम भाजपा से अलग हुए थे, वो आज और भी ज्यादा पुख्ता हो चुके हैं। अनवर के मुताबिक भाजपा के जिन रास्तों से हमें परहेज था, आज उन पर वो और भी उग्रता से चल रहे हैं।
बता दें कि बुधवार शाम नीतीश ने बिहार के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया था। उन्होंने सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे तेजस्वी यादव पर लगे आरोपों को आधार बनाया। इसके थोड़ी देर बाद ही भाजपा की संसदीय दल की बैठक हुई और जदयू को बिना शर्त बाहर से समर्थन देने का ऐलान कर दिया गया।