साहिबगंज। साहिबगंज के उत्क्रमित उच्च विद्यालय मसकलैया में गुरुवार दोपहर एक-एक कर चार छात्राएं अचानक बेहोश हो गईं। आनन-फानन में सभी को इलाज के लिए स्कूल से स्थानीय चिकित्सक के पास ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छात्राओं के बेहोश होने के वास्तविक कारणों का पता नहीं चल सका है। उधर, सदर अस्पताल में चार छात्राओं को इलाज के लिए लाए जाने के बाद किसी ने उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की अफवाह उड़ा दी। जिसके बाद सदर अस्पताल में भर्ती कई मरीज बेड छोड़कर भाग गए।
कुछ अभिभावक बैग लेकर उसकी जांच कराने सदर अस्पताल पहुंचे। दो तीन दिन पूर्व बैग वितरण हुआ जिसके बाद इस तरह की घटना सामने आ रही है।
जानकारी के अनुसार उत्क्रमित उच्च विद्यालय मसकलैया में प्रतिदिन की तरह पठन-पाठन का कार्य चल रहा था। दोपहर सभी विद्यार्थी मध्याह्न भोजन खाने के लिए जाने लगे। इस बीच कक्षा छह की एक छात्रा ने सिर में दर्द होने की शिकायत की। कुछ ही मिनट के बाद सिर में चक्कर की परेशानी से बेहोश होकर वह गिर गई। उसके साथ बैठी उसकी सहेली को भी सिर दर्द होने लगा और वह भी बेहोश होकर गिर पड़ी।
मामले की जांच के लिए स्कूल पहुंचे डीइओ, डीएसई, एनडीसी।
इसके बाद शिक्षकों ने आनन-फानन में छात्रा के माता-पिता को घटना की जानकारी दी। जब तक इन छात्राओं को इलाज के लिए चिकित्सक के पास लेकर जाते दूसरे कक्ष से सूचना मिली कि वर्ग सात की दो छात्राएं बेहोश हो गई हैं। इस तरह एकाएक चार छात्राओं के बेहोश होने से स्कूल में अफरातफरी मच गई।
आशंका है कि बच्चियां डरने से बेहोश हुई हैं। छात्राओं का कहना था कि तीन चार दिन पहले भी कुछ छात्राएं बेहोश हो गई थीं जो बाद में स्वयं ठीक हो गईं। सभी बच्चियां ठीक हैं। कोरोना की बात अफवाह थी। डॉ. रणविजय, सदर अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर।